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Dharmendra Pradhan Ka Bayan: ज्ञान आधारित साझेदारी मजबूत करेंगे भारत और सिंगापुर

Dharmendra Pradhan Ka Bayan in Hindi: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात

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Newstrack Network
Published on: 21 Oct 2024 7:20 PM IST
Union Education Minister Dharmendra Pradhan Met Singapore Prime Minister Lawrence Wong
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Union Education Minister Dharmendra Pradhan Met Singapore Prime Minister Lawrence Wong 

Dharmendra Pradhan Ka Bayan in Hindi: नई दिल्ली।भारत और सिंगापुर ज्ञान आधारित साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिभा, संसाधान और बाजार पर ध्यान केंद्रित करेंगे। साथ ही दोनों देश स्कूली एवं व्यावसायिक शिक्षा और अनुसंधान में द्विपक्षीय सहयोग को व्यापक बनाएंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग से मुलाकात में यह प्रतिबद्धता जताई। धर्मेंद्र प्रधान 20-26 अक्टूबर तक सिंगापुर के दौरे पर हैं।

लॉरेंस वोंग से मुलाकात के दौरान प्रधान ने द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और उसे व्यापक रूप देने पर बातचीत की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि भारत सिंगापुर को एक विश्वसनीय ज्ञान आधारित भागीदार के रूप में देखता है। उन्नत टेक्नोलॉजी (डीप टेक), स्टार्टअप और नवाचार इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने में सिंगापुर की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने भारत-सिंगापुर सहयोग को एक व्यापक साझेदारी में बदलने के लिए मजबूत ढांचा तैयार किया है। इसमें महत्वपूर्ण और उभरते हुए क्षेत्रों में सहयोग शामिल है।


इससे पहले प्रधान ने शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा करने के लिए सिंगापुर के शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत की शिक्षा प्रणाली के अंतरराष्ट्रीयकरण को और आसान बनाने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्व पर बल दिया। दोनों मंत्रियों ने विदेशी इंटर्नशिप कार्यक्रमों के लिए रास्ते तलाशे ताकि भारतीय छात्रों को सिंगापुर की कंपनियों में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने में मदद मिले। साथ ही दोनों देशों के छात्रों के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव को और मजबूत करने के लिए स्कूलों को जोड़ने की संभावना पर विचार-विमर्श किया। दोनों मंत्रियों के बीच डीप टेक, मेडिसिन, एडवांस मैटेरियल आदि जैसे पारस्परिक हितों के क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान सहयोग पर भी चर्चा की गई। उन्होंने दोनों देशों के विद्यालयों और विश्वविद्यालयों को जोड़कर अकादमिक और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने पर भी विचार-विमर्श किया। प्रधान ने चान को भारत आने का न्यौता भी दिया।

प्रधान ने सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने शिक्षा में पारस्परिक सहयोग के स्तर को ऊंचा करने और साझा उद्देश्यों को हासिल करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों का विस्तार करने के लिए मिलकर काम करने के महत्व पर जोर दिया। प्रधान ने सिंगापुर के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का भी दौरा किया और विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रोफेसर टैन इंग चाई से मुलाकात की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का प्रमुख फोकस भारत के युवाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा तक पहुंच बढ़ाना और शिक्षा प्रणाली का अंतरराष्ट्रीयकरण करना है। उन्होंने भारत के युवाओं का कौशल विकास करने में एनईपी 2020 की भूमिका तथा भारत में शिक्षा की विशाल व्यापक्ता और महत्व पर भी प्रकाश डाला।

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