ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का निधन, दिल्ली में ली आखिरी सांस, ग्वालियर होगा अंतिम संस्कार

Madhavi Raje Scindia Passes Away: माधवी राजे सिंधिया को सांस में तकलीफ होने के चलते उन्हें 15 फरवरी को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। वह लाइफ सपोर्ट सिस्टम (वेंटिलेटर) पर थीं।

Viren Singh
Published on: 15 May 2024 6:54 AM GMT (Updated on: 15 May 2024 7:30 AM GMT)
Madhavi Raje Scindia Passes away
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Madhavi Raje Scindia Passes away (सोशल मीडिया) 

Madhavi Raje Scindia Passes away: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार को दिल्ली में निधन हो गया है। वह बीते कई महीनों से बीमार चल रही थीं। फरवरी को दिल्ली के एम्स में उन्हें भर्ती कराया गया था। वह निमोनिया और सेप्सिस से भी ग्रस्त हो गई हैं और वेंलिटर पर थीं, जहां माधवी राजे सिंधिया ने 70 वर्ष की आयु में 15 मई को सुबह अपनी आखिरी सांस ली। ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता के निधन की सूचना मिलते ही मध्य प्रदेश खासकर ग्वालियर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। वह ग्वालियर शाही परिवार की पूर्व 'राजमाता' थीं और दिवंगत कांग्रेस नेता माधव राव सिंधिया की पत्नी थीं। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को ग्वालियर में किया जाएगा।

ज्योतिरादित्य को मां से था बहुत लगाव

माधवी राजे सिंधिया को सांस में तकलीफ होने के चलते उन्हें 15 फरवरी को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। वह लाइफ सपोर्ट सिस्टम (वेंटिलेटर) पर थीं। उनके बीमार की जानकारी खुद ज्योतिरादित्य ने गुना में चुनाव प्रचार के समय दी थी। तब ज्योतिरादित्य ने कहा था कि राजमाता पिछले कुछ दिनों से बीमार है। आप लोगों में भी तो मेरा भाई, बहन, मां-पिता हैं। मैं परिवार को परेशानी में नहीं देख सकता। ओलावृष्टि ने फसलों को बर्बाद किया है, ऐसे दुख के समय में मुझे भी आपसे मिलने आना ही था। ज्योतिरादित्य का मां से काफी लगाव था।

मां की वजह से बनाई थी चुनाव प्रचार से दूरी

मां की तबियत ठीक नहीं होने की वजह से ज्योतिरादित्य ने लोकसभा चुनाव होने के बाद भी भाजपा के चुनावी कार्यक्रमों से दूर रहे। मां दिल्ली के एम्स में भर्ती होने के बाद वह लगातार यहीं बने रहे है। हालांकि बीच बीच में चुनाव प्रचार के लिए जाते रहे। मध्य प्रदेश के गुना का चुना प्रचार थमते ही ज्योतिरादित्य का पूरा परिवार दिल्ली आ गया था।

सिंधिया कार्यालय ने दी निधन की जानकारी

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि "बड़े दुःख के साथ ये साझा करना चाहते हैं कि राजमाता साहब नहीं रहीं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता व ग्वालियर राज घराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया जी का इलाज पिछले दो महीनों से दिल्ली के एम्स अस्पताल में चल रहा था। पिछले दो सप्ताह स्थिति बेहद क्रिटिकल थी। आज सुबह 9.28 बजे उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली।

ग्वालियर में होगा अंतिम संस्कार

राजमाता माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार ग्वालियर में होगा। आज दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक उनका पार्थिव शरीर नई दिल्ली स्थित आवास 27 सफदरजंग रोड पर रखा जाएगा, जहां पर लोग अंतिम दर्शन करेंगे। इसके बाद दिल्ली से पार्थिव शरीर ग्वालियर लाया जाएगा, जहां पर अंतिम संस्कार होगा।

जानिए माधवी राजे सिंधिया के बारे में

राजमाता माधवी राजे सिंधिया मूल रूप से नेपाल की रहने वाली थीं। उनका नेपाल के राजघराने से संबंध था। साल 1966 उनका विवाह में माधवराव सिंधिया के साथ हुआ था। माधवी राजे सिंधिया के दादा जुद्ध शमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री थे। माधवराव सिंधिया का निधन 30 सितंबर 2001 को मैनपुरी (यूपी) के नजदीक विमान हादसा होने की वजह से निधन हो गया था। वह कांग्रेस के दिग्गज नेता था और गांधी परिवार के काफी करीबियों में से एक थे।

Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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