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UP Bihar Flood Alert: बाढ़ ने मचाया तांडव, यूपी से बिहार तक बजी खतरे की घंटी
UP Bihar Flood Alert: बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर से यूपी और बिहार में बाढ़ के हालात बन गए हैं। दोनों प्रदेशों के कई जिलों में बाढ़ का प्रकोप है।
UP Bihar Flood Alert: उत्तर प्रदेश और बिहार में भारी बारिश और पानी छोड़े जाने के चलते बाढ़ के हालात बन गए हैं। उत्तर प्रदेश में गंगा के किनारे बसे शहरों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंगा नदी उफान पर है। वाराणसी, कानपुर समेत कई जिलों में गंगा रौद्र रूप में है। प्रयागराज में भी गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच गई हैं।
यूपी-बिहार में बाढ़ का प्रकोप
उत्तर प्रदेश के 24 से ज्यादा जिले बाढ़ से जूझ रहे हैं। लखीमपुर, गोंडा, सीतापुर, फर्रुखाबाद, बहराइच, बाराबंकी, बदायूं, बलिया, आजमगढ़, गोरखपुर, अयोध्या, मीरजपापुर, वाराणसी, प्रयागराज, संत कबीर नगर, रामपुर,बस्ती, गौतमबुद्ध नगर, चंदौली, शाहजहांपुर, बांदा, जालौन, देवरिया और गाजीपुर में बाढ़ का कहर जारी है। उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार में भी बाढ़ ने तांडव मचा रखा है। बिहार के कई जिलों में बाढ़ का प्रकोप है। समस्तीपुर, मुंगेर, वैशाली, अरवल, सारण, छपरा, बलिया, हाथीदह, दानापुर और राजधानी पटना सहित कई जिलों में गंगा और सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात बन गए हैं। कई गांवों से संपर्क टूट गया है।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ के हालात
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से बिलकुल करीब पहुंच गई है। गंगा नदी चेतावनी का बिंदु 70.26 मीटर है। फिलहाल गंगा नदी चेतावनी से 27 सेमी ऊपर पहुंच गई है। हालांकि अभी गंगा खतरे के निशान से 73 सेमी दूर है। मगर जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। जानकारी के अनुसार 448 परिवार राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं। उत्तर प्रदेश में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा से सटे शहरों में बाढ़ के हालात हैं। कई गांवों में पानी घुस गया है। वाराणसी से सटे मिर्जापुर में भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों को बाढ़ की मार झेलनी पड़ रही है।
गंगा के साथ सरयू का भी बढ़ा जलस्तर
चंदौली में गंगा के साथ कर्मनाशा नदी उफान पर है। लोगों को बाढ़ की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। तीर्थराज प्रयाग में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ा है। गंगा नदी लेटे हनुमान जी तक दोबारा पहुंच गई है। कछार के इलाकों में बने घरों में पानी भर गया है। लोगों को पलायन करना पड़ रहा है। करीब 10 हाजर घर इससे प्रभावित हुए हैं। गंगा के साथ ही सरयू का भी जलस्तर बढ़ गया है। अवध के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 60 सेमी ऊपर पहुंच गया है। अयोध्या से सटे बस्ती और गोण्डा जिले में लोग बाढ़ से परेशान हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब भी लोगों का पलायन जारी है।
बिहार में एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार में भी बाढ़ ने तांडव मचा रखा है। गंगा के साथ ही सोन, पुनपुन, गंडक, फल्गू समेत सहायक नदियां उफान पर है। छपरा, बलिया सहित राजधानी पटना में भी गंगा का पानी घुस गया है। जानकारी के अनुसार मनेर से मोकामा तक आठ प्रखंडों के 20 पंचायतों में पानी घुस गया है। एक लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। पटना शहर के सभी घाटों पर गंगा खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। बाढ़ के चलते लोगों को पलायन करना पड़ रहा है। साथ ही लोग राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
इन जिलों में भी बाढ़ का प्रकोप
दानापुर के नासरीगंज से गायघाट तक बाढ़ के पानी से कई इलाकों में पानी भर गया है। कोइलवर में सोन और श्रीपालपुर में पुनपुन नदी उफान पर है। सारण जिले के सात प्रखंड छपरा सदर, रिविलगंज, मांझी, गड़खा, दिघवारा एवं दरियापुर के 32 पंचायत बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। बाढ़ के चलते बलिया और बिहार का संपर्क टूट गया है। छपरा-बलिया मुख्य सड़क चांद दियारा में टूट कर बह गया। इसके अलावा समस्तीपुर, मुंगेर, अरवल, वैशाली, बेगूसराय, रोहतास, हाजीपुर, वैशाली, जहानाबाद, और भोजपुर सहित कई जिलों में बाढ़ का प्रकोप है।