×

उत्तराखंड निकाय चुनाव में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की परीक्षा

raghvendra
Published on: 8 Dec 2017 1:29 PM IST
उत्तराखंड निकाय चुनाव में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की परीक्षा
X

देहरादून: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन किया। अब उत्तराखंड बीजेपी से भी निकाय चुनाव में कुछ ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश की जीत ने उत्तराखंड बीजेपी के सामने मुश्किल चुनौती पेश कर दी है।

योगी आदित्यनाथ तो विधानसभा चुनाव के बाद अपनी पहली अग्नि परीक्षा में पास हो गए लेकिन त्रिवेंद्र सरकार के लिए ये इतना आसान नहीं होगा। निकाय सीमा विस्तार के बाद उत्तराखंड सरकार पहले ही कई जगहों पर स्थानीय लोगों का विरोध झेल रही है।

इस खबर को भी देखें: अनुष्का शर्मा के पिता ने पड़ोसियों को दिया विराट से शादी का निमंत्रण

करीब चार महीने बाद अप्रैल 2018 में उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव होंगे। इन चुनावों के नतीजों को त्रिवेंद्र सरकार के एक साल के कामकाज के नतीजों के तौर पर भी आकलन किया जा सकता है।

उत्तराखंड में वैसे तो कुल 92 नगर निकाय हैं। नगर निगम केवल आठ ही हैं जबकि नगर पालिकाओं की संख्या 35 और बाकी 49 नगर पंचायत हैं। नगर निगम के आधार पर ही त्रिवेंद्र सरकार के कामकाज का आकलन किया जाए तो इस लिहाज से बीजेपी को सभी नगर निगमों पर अपना दावा पेश करना होगा। इन 8 निगम में से दो - कोटद्वार और ऋषिकेश हाल ही में बनाए गए हैं। बाकी के 6 नगर निगम में से 5 पहले से ही बीजेपी के पास हैं। देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर और हल्द्वानी में बीजेपी के महापौर हैं। पिछले चुनाव में काशीपुर और रुडक़ी में निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे लेकिन इनमें से एक बीजेपी और दूसरे कांग्रेस में शामिल हो गए।

नगर निगम बनाने की कवायद में बीजेपी को जमीनी स्तर पर कई जगह स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा। पंचायतों का मानना था कि निगम बनने से उन पर टैक्स का बोझ बढ़ेगा, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों को मिलने वाली मनरेगा जैसी योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। इस मुद्दे को लेकर राज्य भर में विरोध प्रदर्शन भी हुए। कई ग्राम पंचायतों ने निगम में शामिल करने पर अपना विरोध दर्ज कराया था। इसलिये बीजेपी को दो नए नगर निगम पर मेहनत कुछ ज्यादा करनी होगी। हालांकि पिछली बार जीती गई पांच निगम सीटों पर भी बीजेपी को अपना पुराना प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के मुताबिक उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के नतीजों ने बीजेपी की नीतियों पर मुहर लगाई है। लोकसभा, विधानसभा और अब निकाय चुनाव में जीत से साफ हो गया है कि जनता बीजेपी की नीतियों से खुश है और जनता ने बीजेपी को प्रचंड बहुमत देकर अपनी खुशी का इजहार किया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उम्मीद जतायी कि उत्तराखंड में कुछ समय बाद होने वाले निकाय चुनाव में भी बीजेपी विधानसभा चुनाव के अपने प्रदर्शन को दोहराएगी। उन्होंने कहा कि हम अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं।

raghvendra

raghvendra

राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

Next Story