TRENDING TAGS :
Uttarkashi Tunnel Accident Update: आज शाम या कल सुबह तक सभी मजदूरों को निकाल लिया जाएगा, SDRF सचिव का बड़ा बयान
Uttarkashi Tunnel Accident Update: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणधीन टनल के मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए बचाव अभियान पिछले 55 घंटे से जारी है। श्रमिकों को आज शाम या कल सुबह तक निकले जाने की संभावना है।
Uttarkashi Tunnel Accident Update. इस समय पूरे देश की नजर उत्तराखंड के उत्तराकाशी पर टिकी हुई है। वहां से आ रहे पल – पल के अपडेट पर उन परिवारों की सबसे पैनी नजर है, जिनके सदस्य टनल हादसे का शिकार हुए हैं और 55 घंटे बीते जाने के बाद भी मलबे के अंदर हैं। दरअसल, रविवार 12 नवंबर को सुबह चार बजे एक निर्माणधीन टनल धंस गई थी, जिसके मलबे में 40 मजदूर दबे हुए हैं। उन्हें बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है।
फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने के लिए नेशनल हाईवे एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHIDCL), एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ और नेशनल हाईवे की 200 ज्यादा लोगों की टीम 24 घंटे काम कर रहे हैं। NHIDCL के डायरेक्टर अतुल कुमार ने बताया कि टनल से मलबा हटाने के दौरान ऊपर से लगातार मिट्टी धंस रही है। इससे बचाव अभियान में परेशानी आ रही है। इसीलिए अब स्टील पाइप के जरिए मजदूरों को बाहर निकालने का फैसला लिया गया है।
कब तक बाहर आ पाएंगे मजदूर ?
55 घंटे से मलबे में दबे मजदूर फिलहाल जीवित हैं। सभी को पाइप की मदद से ऑक्सीजन, पानी और कुछ खाद्य सामग्री भेजी जा रही है। बचाव टीम लगातार उनके संपर्क में है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है, मजदूरों को परिजनों की धड़कनें तेज हो रही हैं। इस बीच रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल एसडीआरएफ के सचिव रंजीत सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि संभवतः मंगलवार शाम या बुधवार सुबह तक मजदूरों को टनल से बाहर निकाल लिया जाएगा। सभी मजदूर सुरक्षित हैं। उत्तराखंड सरकार ने घटना की जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी बनाई है।
पीएम मोदी ने ली हादसे की जानकारी
पांच चुनावी राज्यों के प्रचार अभियान में व्यस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराकाशी टनल हादसे पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने सोमवार को हादसे के संबंध में सारी जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ली। उत्तराखंड सीएम ने एक्स पर इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया, पीएम मोदी ने दूरभाष के माध्यम से सिल्क्यारा के पास निर्माणाधीन टनल में हुई दुर्घटना में फंसे श्रमिकों की वस्तुस्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उन्हें फंसे हुए लोगों को सकुशल बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों से अवगत कराया।
झारखंड सरकार उत्तराखंड भेजेगी टीम
स्टेट डिजाजस्टर मैनेजमेंट के अनुसार, टनल में सबसे अधिक झारखंड के 15 मजदूर फंसे हुए हैं। इसके बाद यूपी के 8, ओडिशा के पांच, बिहार के 4, बंगाल के 3, उत्तराखंड के 2, असम के 2 और हिमाचल के एक मजदूर फंसे हुए हैं। झारखंड सरकार ने इसका संज्ञान लेते हुए अपने यहां के श्रमिकों की मदद के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया है। सीएम हेमंत सोरेन ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है।
बता दें कि जिस निर्माणधीन टनल में हादसा हुआ है, वह चारधाम परियोजना के तहत ब्रह्मकमल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है। सुरंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल के निर्देशन पर नवयुगा कंपनी कर रही है। मार्च 2024 में इसका उद्घाटन करने का लक्ष्य रखा गया है।