Veer Bal Diwas: पीएम मोदी ने गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों को दी श्रद्धांजलि, कही ये बात

Veer Bal Diwas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार 26 दिसंबर को सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों को 'वीर बाल दिवस' के मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

Krishna Chaudhary
Published on: 26 Dec 2022 9:40 AM GMT (Updated on: 26 Dec 2022 9:41 AM GMT)
PM Modi On Veer Bal Diwas
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (Social Meida)

Veer Bal Diwas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार 26 दिसंबर को सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों को 'वीर बाल दिवस' के मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस खास मौके पर दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित विशेष कार्यक्रम में पीएम मोदी ने भी शिरकत की। उन्होंने 300 बाल कीर्तनियों द्वारा किए जा रहे शबद कीर्तन को सुना। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पंजाब के मुख्यमंत्र भगवंत मान भी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'वीर बाल दिवस' हमें याद दिलाएगा कि दस गुरुओं का क्या योगदान है। देख के स्वाभिमान के लिए सिख परंपरा का क्या बलिदान है। 'वीर बाल दिवस' हमें बताएगा कि भारत क्या है और उसकी पहचान क्या है। मैं वीर साहिबजादों के चरणों में नमन करते हुए उन्हें कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इसे मैं अपनी सरकार के लिए सौभाग्य मानता हूं कि उसे आज 26 दिसंबर के दिन को वीर बाल दिवस के तौर पर घोषित करने का मौका मिला।

दशकों पहले हुई भूल को सुधार रहा है भारत

मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में पहली बार आयोजित 'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, मुगल शासक औरंगजेब और उसके लोग गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों का धर्म तलवार के बल पर बदलना चाहते थे। मगर भारत के वे बेटे, वीर बालक मौत से भी नहीं घबराए। साहिबजादों ने इतना बड़ा त्याग और बलिदान दिया, अपना जीवन न्यौछावर कर दिया, मगर इतनी बड़ी शौर्यगाथा को भुला दिया गया। लेकिन अब नया भारत दशकों पहले हुए एक पुरानी भूल को सुधार रहा है।

जानें वीर दिवस मनाने की पीछे की वजह

दसवें सिख गुरु गोबिंद सिंह के चार पुत्र थे और चारों शहीदी को प्राप्त हुए। लेकिन वीर दिवस खास तौर से साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत को याद करने के लिए मनाया जा रहा है, जो 6 और 9 साल के छोटी उम्र में शहीद हुए थे। मुगल शासक औरंगजेब के आदेश पर सरहिंद के नवाज वजीर खान ने दोनों साहिबजादों को जिंदा दीवार में चुनवा दिया था। जिस जगह पर दोनों साहिबजादों को जिंदा चुनवाया गया था उसे आज फतेहगढ़ साहिब के नाम से जाना जाता है।

मुगलों से चमकौर की लड़ाई में गुरु गोबिंद सिंह जी के दोनों बड़े साहिबजादों बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह शहीद हो गए थे। पीएम मोदी ने इस साल 9 जनवरी 2022 को प्रकाश पर्व पर घोषणा की थी कि सिक्खों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों साहिबजादों को श्रद्धांजलि देते हुए इस साल से 26 दिसंबर को 'वीर बाल दिवस' मनाया जाएगा।

Deepak Kumar

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