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Vice President Election 2022: एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को मिला बसपा का समर्थन, मायावती ने किया ऐलान
Vice President election 2022: बसपा मुखिया मायावती ने एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का ऐलान किया है।
Vice President Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब एनडीए ने उपराष्ट्रपति के चुनाव में भी विपक्षी खेमे में बड़ी सेंध लगा दी है। 6 अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए को बसपा का समर्थन हासिल हो गया है। बसपा मुखिया मायावती (Mayawati) ने एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को समर्थन देने का ऐलान किया है।
बसपा मुखिया ने इस बाबत किए गए अपने ट्वीट में कहा है कि व्यापक जनहित और अपने मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए हमने एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का फैसला किया है। इससे पहले राष्ट्रपति के चुनाव में भी मायावती ने एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया था।
मायावती ने दिया विपक्ष को झटका
उपराष्ट्रपति के चुनाव में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए की ओर से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उम्मीदवार बनाया गया है। दूसरी ओर विपक्षी की ओर से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मार्गरेट अल्वा चुनाव मैदान में उतरी हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से सांसदों का समर्थन हासिल करने की जीतोड़ कोशिश की जा रही है। इस बीच उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर बसपा मुखिया मायावती ने अपना रुख साफ कर दिया है। मायावती ने इस चुनाव में विपक्ष को तगड़ा झटका देते हुए एनडीए के उम्मीदवार धनखड़ को समर्थन देने की घोषणा की है।
मायावती ने इस बाबत बुधवार की सुबह कई ट्वीट किए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बन सकी जिसकी वजह से चुनाव कराना पड़ा। उपराष्ट्रपति चुनाव में भी वैसी ही स्थिति बन गई है क्योंकि इस चुनाव में भी आम राय नहीं कायम हो सकी। उन्होंने बसपा का रुख साफ करते हुए कहा कि पार्टी ने एनडीए के उम्मीदवार धनखड़ को समर्थन देने का फैसला किया है। बसपा मुखिया ने कहा कि व्यापक जनहित और अपनी विचारधारा के मद्देनजर हमने यह फैसला किया है।
धनखड़ को 20 दलों का समर्थन
वैसे सियासी हलकों में पहले ही मायावती के एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने की उम्मीद जताई जा रही थी। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी मायावती ने विपक्ष को करारा झटका देते हुए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया था। अब उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में भी अपने पत्ते खोल दिए हैं। उपराष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद ही मतदान करते हैं। इस चुनाव में मनोनीत सांसदों को भी मतदान करने का अधिकार हासिल होता है। इस चुनाव में राज्यों की विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य मतदान नहीं करते।
उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को कांग्रेस, एनसीपी, माकपा, भाकपा, सपा, टीआरएस, राजद, झामुमो और डीएमके सहित 17 दलों का समर्थन हासिल है। दूसरी ओर भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए के उम्मीदवार धनखड़ को 20 दलों का समर्थन हासिल है। लोकसभा और राज्यसभा में एनडीए की ताकत को देखते हुए धनखड़ की जीत पहले ही तय मानी जा रही है।
ममता दे चुकी हैं पहले ही झटका
उपराष्ट्रपति चुनाव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को पहले ही झटका दे चुकी हैं। टीएमसी ने मतदान में हिस्सा न लेने का फैसला किया है। हालांकि अल्वा ने ममता बनर्जी से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। उनकी इस अपील पर ममता की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है। माना जा रहा है कि ममता अपने फैसले पर कायम रहेंगी।