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Jagdeep Dhankhar: राजस्थान की सियासत का चर्चित चेहरा रहे हैं धनखड़, आइये जाने इनके बारे में

Jagdeep Dhankhar: जगदीप धनखड़ मूल रूप से झुंझुनू, राजस्थान के हैं। वे झुंझुनू से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। राजस्थान की सियासत में वे एक वक्त चर्चित चेहरा रहे हैं।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 6 Aug 2022 11:44 AM IST (Updated on: 6 Aug 2022 11:44 AM IST)
Jagdeep Dhankhar has been the famous face of the politics of Rajasthan
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़: photo - social media

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Jagdeep Dhankhar: जगदीप धनखड़ मूल रूप से झुंझुनू, राजस्थान के हैं। वे झुंझुनू से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। राजस्थान की सियासत में वे एक वक्त चर्चित चेहरा रहे हैं। वह राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रह चुके हैं और राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी हैं। जगदीप धनखड़ का राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलाने में भी अहम भूमिका रही है। वह कानून, सियासत, सियासी दांवपेंच औऱ हर पार्टी के अंदर अपने संबंधों की महारत के लिए जाने जाते हैं।

झुंझुनूं से जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) 1989 से 1991 तक जनता दल से सांसद रहे हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस ( का दामन थाम लिया था। अजमेर से कांग्रेस के टिकट पर वे लोकसभा चुनाव हार गए थे। फिर 2003 में बीजेपी में शामिल हो गए, और अजमेर के किशनगढ़ से विधायक चुने गए। जगदीप धनखड़ सिर्फ नेता ही नहीं, माने हुए वकील भी हैं। वे उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता रहे हैं तथा राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं।

शिक्षा (Education of Jagdeep Dhankhar)

जगदीप धनखड़ ने महाराजा कॉलेज, जयपुर से 3 साल का बीएससी (ऑनर्स) किया। इसके बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय में एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया और वर्ष 1978-1979 में उत्तीर्ण किया। जगदीप धनखड़ की स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में अकादमिक पृष्ठभूमि सभी में विशिष्ट रही है।

1979 में उन्होंने राजस्थान बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में रजिस्ट्रेशन किया था। वे 1990 में राजस्थान के उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित हुए और 30 जुलाई, 2019 को राज्यपाल के पद की शपथ लेने तक राज्य के वरिष्ठतम नामित वरिष्ठ अधिवक्ता थे।

1990 से ल जगदीप धनखड़ मुख्य रूप से सर्वोच्च न्यायालय में प्रैक्टिस भी कर रहे थे और उनका खास फोकस क्षेत्र स्टील, कोयला, खान और अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक मध्यस्थता, अन्य के बीच रहा है। वह देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में पेश हुए हैं। वर्ष 1987 में सबसे कम उम्र में राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन, जयपुर के अध्यक्ष चुने गए। वर्ष 1988 में वह राजस्थान बार काउंसिल के निर्वाचित सदस्य बने।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़: photo - social media

विधानमंडल (Legislature)

जगदीप धनखड़ वर्ष 1989 में झुंझुनू संसदीय क्षेत्र से 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए। 1990 में वह एक संसदीय समिति के अध्यक्ष बने। वे 1990 में केंद्रीय मंत्री बने। वर्ष 1993-1998 में वह अजमेर जिले के किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से राजस्थान विधान सभा के लिए चुने गए।

लोकसभा और राजस्थान विधानसभा दोनों में, वह महत्वपूर्ण समितियों का हिस्सा थे। वह केंद्रीय मंत्री रहते हुए यूरोपीय संसद में एक संसदीय समूह के उप नेता के रूप में एक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।



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Shashi kant gautam

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