TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

चीन का दुश्मन देश भारत से खरीदेगा ये खतरनाक मिसाइलें, रूस ने दिया साथ

चीन का दुश्मन देश वियतनाम भारत की सबसे खतरनाक मिसाइल खरीदने की इच्छा जाहिर की है। इसके लिए रूस की सहमति बेहद जरूरी थी, क्योंकि इस मिसाइल को भारत और रूस ने मिलकर तैयार किया है।

Shreya
Published on: 27 Aug 2020 12:46 PM IST
चीन का दुश्मन देश भारत से खरीदेगा ये खतरनाक मिसाइलें, रूस ने दिया साथ
X
Brahmos & Aakash Missile

नई दिल्ली: चीन का दुश्मन देश वियतनाम भारत की सबसे खतरनाक मिसाइल खरीदने की इच्छा जाहिर की है। इसके लिए रूस की सहमति बेहद जरूरी थी, क्योंकि इस मिसाइल को भारत और रूस ने मिलकर तैयार किया है। लेकिन अब ये बाधा भी दूर हो गई है, क्योंकि रूस ने इस मिसाइल के निर्यात की मंजूरी दे दी है। अब भारत की ये शानदार मिसाइल वियतनाम में तैनात हो सकेगी। जिसके बाद चीन को साउथ चाइना सी में थोड़ा संभलकर रहना होगा।

भारत के साथ रक्षा सहयोग में दो बड़ी पहल

रूस ने भारत के साथ रक्षा सहयोग में दो बड़ी पहल की है। पहली तो रूस ने भारत के साथ मिलकर बनाई सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस को किसी तीसरे देश को निर्यात करने की इजाजत दे दी है और दूसरी ये कि रूसी सरकार ने ऐसे 100 रूसी रक्षा कंपनियों की लिस्ट भी जारी की है जो भारत के साथ ब्रह्मोस जैसा प्रोजेक्ट शुरू करना चाहती हैं।

यह भी पढ़ें: कांपा मुख्तार अंसारी: इसके महल पर चल गया बुलडोजर, भारी पुलिस बल मौजूद

ब्रह्मोस के निर्यात को अनुमति

रूस ने ब्रह्मोस के निर्यात को अनुमति ऐसे समय में दी है, जब चीन के पड़ोसी देश वियतनाम भारत से ब्रह्मोस को खरीदना चाहता है। ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट में रूस की 50 फीसदी की हिस्सेदारी थी, इसलिए इस मिसाइल के निर्यात के लिए उसकी इजाजत जरूरी थी। ब्रह्मोस के अलावा वियतनाम ने आकाश मिसाइल भी खरीदने की इच्छा जाहिर की है।

यह भी पढ़ें: बिजली पड़ेगी बहुत भारी: बढ़ाए जा रहे दाम, इकठ्ठा कटेगी इतनी रकम

वियतनाम और भारत का संबंध होगा और मजबूत

चीन की पड़ोसी देश वियतनाम भारत से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस और आकाश एयर डिफेंस मिसाइलें खरीदना चाहता है। अगर ये डील होती है तो वियतनाम ये दोनों मिसाइलें अपने देश की सुरक्षा में तैनात करेगा। ऐसे में दक्षिण चीन सागर और उसके आसपास के इलाके में चीन का खौफ कम होगा। साथ ही इस डील से वियतनाम और भारत का संबंध और मजबूत होगा।

ब्रह्मोस के एक अधिकारी ने मॉस्को में बताया कि अनुमति देने का कदम भारत और रूस के सामरिक रिश्तों और रक्षा सहयोग को नई ऊचाइंयों पर ले जाएगा। अगर दोनों देशों के बीच यह डील होती है तो भारत को अगले पांच साल में पांच अरब डॉलर का निर्यात करना होगा।

यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस का तांडव: 24 घंटे में तोड़ दिए सभी रिकाॅर्ड, डर जाएंगे देख आंकड़ा

Brahmos Missile

ब्रह्मोस मिसाइल की खासियत-

8.4 मीटर लंबी है ब्रह्मोस मिसाइल

ब्रह्मोस मिसाइल का वजन 3000 किलोग्राम है।

200 किलोग्राम के पारंपरिक और परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं।

300-500 किमी. तक की दूरी पर मौजूद दुश्मन पर अचूक निशाना लगाने में सक्षम।

3430 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से करती है हमला।

AKASH MISSILE

आकाश मिसाइल की खासियत-

19 फीट लंबी है आकाश मिसाइल।

वजन 720 किलोग्राम।

60 किलोग्राम वजन के हथियार को ले जाने में सक्षम।

एंटी मिसाइल सिस्टम के तौर पर हो सकता है इस्तेमाल।

गति 4321 किलोमीटर प्रतिघंटा।

यह भी पढ़ें: 27 अगस्त का इतिहास: 416 साल पहले हुई इस ग्रंथ की स्थापना, आज का दिन है खास

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Shreya

Shreya

Next Story