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‘...तो उन बच्चों पर क्या गुजरी होगी,’ दिल्ली कोचिंग घटना पर विकास दिव्यकीर्ति ने तोड़ी चुप्पी, मांगी माफी

Vikas Divyakirti: घटना पर सोशल मीडिया में लोगों द्वारा काफी ट्रोल होने और घटना के चार दिन बीत जाने के बाद दृष्टि IAS के मालिक डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और घटना में छात्रों की मौत पर अपना गहरा दुख व्यक्त किया है।

Viren Singh
Published on: 31 July 2024 11:07 AM IST (Updated on: 31 July 2024 11:21 AM IST)
Vikas Divyakirti
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Vikas Divyakirti (सोशल मीडिया) 

Vikas Divyakirti Interview: कुछ दिन पहले दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव IAS स्‍टडी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट पर बारिश के बाद बरसाती पानी भर जाने से जाने 3 आईएएस की तैयारी कर रहे छात्रों की मौत के बाद से शासन से लेकर प्रशासन तक हड़कंप मचा हुआ है। तैयारी कर रहे छात्र राव कोचिंग सेंटर और करोल बाग मेट्रो स्टेशन के नीचे अपनी कई मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन में बीते तीन दिनों से बैठे हैं। नियमों को ताक पर रखकर बनाए गए बेसमेंट का मामला तो तूल पकड़ ही रहा है, साथ में कोचिंग सेंटरों के मालिक की भी सोशल मीडिया पर बड़ी फजीहत हो रही है। इसमें सबसे अधिक फजीहत देश के प्रसिद्ध टीचर्स दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर के मालिक मालिक डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति और एक अन्य टीचर अवध ओझा की हो रही है। दिल्ली नगर निगम ने ऐसे कई कोचिंग सेंटर्स को सील कर दिया है, जिसमें बेसमेंट में लाइब्रेरी इत्यादि कोई अन्य काम हो रहे थे, जिसमें नॉर्थ दिल्‍ली के नेहरू विहार में स्थित दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर को भी सील किया गया है।

विकास दिव्यकीर्ति ने तोड़ी अपनी चुप्पी

घटना पर सोशल मीडिया में लोगों द्वारा काफी ट्रोल होने और घटना के चार दिन बीत जाने के बाद दृष्टि IAS के मालिक डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और घटना में छात्रों की मौत पर अपना गहरा दुख व्यक्त किया है। बेसमेंट सीलिंग कार्रवाई पर विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि वह प्रशासन द्वारा बेसमेंट में चलाई जा रही कोचिंग सेंटर को सील करने की कार्रवाई से पूरी तरह सहमत हैं। उन्होंने कहा कि राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में पानी भरने से छात्रों की मौत की घटना से उत्पन्न आक्रोश जायज है। उन्होंने अधिकारियों से कोचिंग संस्थानों के लिए दिशा-निर्देश लागू करने की मांग की। दिव्यकीर्ति ने कहा कि मैं इस चीज से बचता हूं कि हम सारी गलती किसी पर थोप दें। अलग-अलग कानून, अलग-अलग एजेंसियों में कोऑर्डिनेशन की कमी है। उनका इशारा भ्रष्टाचार की ओर पर था।

बेसमेंट सील कर देना चाहिए

राजेंद्र नगर की घटना पर समाचार एजेंसी एएनआई से डॉक्टर विकास दिव्यकीर्ति ने लंबी बातचीत की और अपने विचार प्रस्तुत किए। उहोंने कहा कि बेसमेंट को लेकर लोगों में इस समय काफी नाराजगी दिखाई दे रही है। हम भी इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि बेसमेंट को सील कर देना चाहिए। दिल्ली के लगभग हर मॉल के बेसमेंट में बहुत बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हैं, क्योंकि वहां बेसमेंट सही तरीके से बनाया गया है। अपनी कोचिंग सेंटर सील होने पर दिव्यकीर्ति ने कहा कि मैं ऑन रिकॉर्ड कह रहा हूं कि हमने बेसमेंट का पूरा लेआउट स्ट्रक्चर NOC के लिए MCD, DDA और फायर डिपार्टमेंट को सौंप दिया है और अभी तक वहां से कोई रिजेक्शन नहीं आया है… लेकिन इसके बावजूद पिछले 3 दिनों में जो कुछ हुआ, उसे देखकर मुझे लगता है कि यह लापरवाही थी। मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि अगर भविष्य में हमें परमिशन मिल भी जाती है, तो भी हम बेसमेंट में काम नहीं करेंगे। मैं आपको यह आश्वासन देता हूं। एक भी कोचिंग संस्थान बेसमेंट नहीं चलाना चाहिए।

बच्चों की सुरक्षा का रखा जाता है पूरा ध्यान

उन्होंने आगे कहा कि बिल्डिंग सेफ्टी नॉर्म्स के मामले में जिस तरह का प्रयास हम करते हैं, मुझे यकीन है कि आपको वो कहीं और नहीं मिलेगा। हमने 1.5 साल पहले एक डिवीजनल हेड रैंक का अधिकारी नियुक्त किया था, जो सिर्फ बिल्डिंग की सेफ्टी देखता है। जनवरी 2023 में हमने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया, मैं उसका मेंबर हूं, उस ग्रुप का काम 16 पॉइंट्स चेक करना है कि दरवाजे खुले हैं, फायर एग्जिट साफ है, उस पर कोई रुकावट तो नहीं है, छत के दरवाजे खुले हैं ताकि इमरजेंसी में छात्रों को बाहर निकाला जा सके। इन 16 पॉइंट्स को रोज चेक किया जाता है। मैं चाहूंगा कि आपको मौका मिले अगर आप सर्वे कर सकें, दिल्ली या दिल्ली से बाहर हमारी किसी भी ब्रांच में चले जाएं, अगर किसी बिल्डिंग में कम से कम 2 एग्जिट नहीं हैं तो मैं जिम्मेदार हूं।

घटना पर प्रतिक्रिया देने की देरी पर बोले दिव्यकीर्ति

तीन छात्रों की मौत पर प्रतिक्रिया नहीं देने पर दिव्यकीर्ति ने अपना तर्क रखा। उन्होंने कहा कि यह मेरा स्वभाव है, मैं बहुत ज्यादा अभिव्यक्त नहीं होता हूं। तीन बच्चों की मौत हो गई और यह एक दर्दनाक मौत थी। पिछले तीन दिनों से, जब भी हम घर पर बात करते हैं या मैं सोने जाता हूँ, तो मेरे दिमाग में एक छवि बनती है कि जब पानी अंदर भर गया था, तो उन बच्चों पर क्या गुजरी होगी? अभी जो छात्र विरोध कर रहे हैं, वे सभी बातें सही हैं।

पक्ष देरी से रखने के लिए मांफी मांगता हूं

दिव्यकीर्ति ने ‘एक्स’ पर साझा किए गए अपने बयान में कहा, हमें खेद है कि हमने अपना पक्ष रखने में देरी की। दरअसल, हम अधूरी जानकारी के आधार पर कुछ नहीं कहना चाहते थे। इस देरी के लिए हम हृदय से क्षमा चाहते हैं।



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Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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