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VIRAL VIDEO OF KASHMIR : पत्थर खाओ तो ये चुप लेकिन जीप से बांधा तो परेशानी हो गई

Rishi
Published on: 15 April 2017 3:56 PM GMT
VIRAL VIDEO OF KASHMIR : पत्थर खाओ तो ये चुप लेकिन जीप से बांधा तो परेशानी हो गई
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श्रीनगर : अशांत कश्मीर में सेना की जीप पर एक युवक को बांधकर घुमाने वाले वीडियो पर पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने राजनीति शुरू करने का प्रयास किया। तो वो आ गए ट्विटर यूजर्स के निशाने पर। पहलवान योगेश्वर दत्त ने सोशल नेटवर्किंग साईट ट्विटर पर लिखा बाढ़ से बचाओ, फिर पत्थर खाओ तब तक कुछ लोगों को परेशानी नहीं है, अब जब सेना ने मारा नहीं बस हाथ-पैर बांध दिए तो अब उन्हें अच्छा नहीं लग रहा। यहाँ उमर का नाम तो नहीं लिया गया लेकिन इशारा उनकी तरफ़ा ही है।

क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट किया जवानों से बदसलूकी, मारपीट और गाली-गलौच का वीडियो वायरल हो रहा है। हमारे आर्मी जवान को मारे गए हर थप्पड़ के बदले 100 जिहादियों को मार देना चाहिए। जिसको भी आजादी चाहिए, वो देश छोड़कर चला जाए। कश्मीर तो सिर्फ हमारा है।

वो इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने लिखा भारत विरोधी हमारे तिरंगे के तीन रंग का मतलब भूल गए? भगवा यानी गुस्से की आग। सफेद यानी जिहादियों के लिए कफन और हरा यानी आतंकवाद से नफरत।

क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने लिखा इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। आप हमारे सीआरपीएफ जवानों के साथ ऐसा नहीं कर सकते। अब ये बंद हो जाना चाहिए। ये बदतमीजी की हद है।

कौन है जीप पर बंधा युवक

जिस युवक को जीप पर बांधा गया है उसका नाम है फारूख डार। फारुख के मुताबिक 9 अप्रैल को वो मतदान के बाद अपनी बहन के घर जा रहा था। कुछ आर्मी वालों ने उसे पत्थरबाज समझकर पकड़ लिया और जीप पर बांध दिया।

हमारे सूत्रों के मुताबिक बीरवाह में सेना के काफिले में ईसी अधिकारी, आईटीबीपी जवान और दो पुलिसवाले भी थे। इसी दौरान छतों से पत्थर आने लगे। पहले आर्मी ने बचाव करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल रहा था ऐसे में गोली चलाने से बचने के लिए एक मेजर ने आगे बढ़ कर एक पत्थरबाज पकड़ा और उसे जीप के आगे बांध दिया इसके बाद पत्थर आने बंद हो गए। वहां से निकलने के बाद पत्थरबाज को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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