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Delhi News: दिल्ली की सड़कों पर जगह जगह भांगड़ा! लाखों शादियां होंगी आने वाले दिनों में
Delhi News: शादी के सीज़न की अच्छी शुरुआत हो गई है। आलम ये है कि अकेले दिल्ली में 23 नवम्बर को 40,000 शादियाँ हुईं हैं। यानी जगह जगह सड़कों पर भांगड़ा करते बाराती नजर आए और गलियां ‘आज मेरे यार की शादी’ गाने से गुलजार रहीं।
दिल्ली की सड़कों पर जगह जगह भांगड़ा! लाखों शादियां होंगी आने वाले दिनों में: Photo- Social Media
Delhi News: शादी के सीज़न की अच्छी शुरुआत हो गई है। आलम ये है कि अकेले दिल्ली में 23 नवम्बर को 40,000 शादियाँ हुईं हैं। यानी जगह जगह सड़कों पर भांगड़ा करते बाराती नजर आए और गलियां ‘आज मेरे यार की शादी’ गाने से गुलजार रहीं। थोक के भाव शादियों का ये सिलसिला अभी थमने वाला भी नहीं हैं। अगले चार हफ़्तों तक अकेले दिल्ली में ही चार लाख शादियाँ होने का अनुमान है। कैटरर, सजावट वाले, मैरिज हाल, बैंड बाजा वाले, सभी की इस समय जबर्दस्त सहालग है। ठीक वैसे ही जैसे वर्ल्ड कप फाइनल मैच के लिए ट्रेवल, होटल टी शर्ट्स, टिकट वालों की सहालग थी। जम कर कारोबार किया जा रहा है।
रोजाना बड़ी तादाद में शादियाँ
शादी के मौसम के पहले दिन 23 नवम्बर को देव उत्थान एकादशी पर दिल्ली में लगभग 40,000 शादियां हुईं, जबकि तुलसी विवाह भी किया गया। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया है कि इस साल नवंबर-दिसंबर में शादियों की शुभ तारीखें कम होने के कारण बड़ी संख्या में शादियां होंगी। 15 दिसंबर तक सिर्फ 11 दिन की सहालग है। इस अवधि के दौरान, राष्ट्रीय राजधानी में होटल, बैंक्वेट हॉल, फार्म हाउस, सार्वजनिक पार्क, सामुदायिक केंद्र और धर्मशालाएं काफी पहले से बुक हो चुकी हैं। जो बुकिंग से चूक गए वो इधर उधर भटक रहे हैं।
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बैंड – बाजा - बारात
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कन्फेडरेशन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा और प्रदेश महासचिव आशीष ग्रोवर ने बताया कि दिल्ली में बैंड बाजे और अन्य सजावटी वाहन पूरी तरह से बुक हैं। उन्होंने कहा कि पेशेवर स्वागत ग्रुपों, खानपान और फूलों की सजावट की दुकानों ने 23 नवंबर को अच्छा कारोबार दर्ज किया है।
पंडितों की भारी डिमांड
शादी करने वाले पंडितों की भी भारी डिमांड रही। इसीलिए आज दिन में एक ही वेन्यू में तीन – तीन बार विवाह समारोह हुए। बताया जाता है कि समय की कमी होने के कारण शादियाँ की पूजा वगैरह भी फ़ास्ट ट्रैक की जा रही है।