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West Bengal Panchayat Polls: भयानक हिंसा के बाद बंगाल में 697 बूथों पर आज फिर मतदान, 8 जुलाई को हुआ था खूनी खेल
West Bengal Panchayat Polls: 8 जुलाई यानी मतदान के दिन इन जिलों में भारी हिंसा देखने को मिली थी। जिसे देखते हुए इन जिलों के कुछ बूथों पर फिर से मतदान कराने का निर्णय लिया गया।
West Bengal Panchayat Polls: पश्चिम बंगाल में आज यानी सोमवार 10 जुलाई को 697 बूथों पर फिर से पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। सुबह सात बजे से इन मतदान केंद्रों पर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान कार्य शुरु हुआ। जिन जिलों में फिर से वोटिंग हो रही है, वो हैं मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना, बीरभुम, जलपाईगुड़ी और पुरुलिया। 8 जुलाई यानी मतदान के दिन इन जिलों में भारी हिंसा देखने को मिली थी। जिसे देखते हुए इन जिलों के कुछ बूथों पर फिर से मतदान कराने का निर्णय लिया गया।
राज्य चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आज होने वाले चुनाव में सबसे अधिक बूथ 175 मुर्शिदाबाद और उसके बाद 112 बूथ मालदा में हैं। जिन बूथों पर बैलेट बॉक्स से छेड़छाड़ और अत्यधिक हिंसा देखने को मिली थी, वहां दोबारा मतदान कराने का निर्णय लिया गया है। शनिवार को पंचायत चुनाव में मुर्शिदाबाद जिले में भारी हिंसा देखने को मिली थी, जिसमें सत्तारूढ़ तृणमुल कांग्रेस और विपक्षी कांग्रेस के कार्यकर्ता मारे गए थे। वोटिंग से पहले ही यहां पक्ष और विपक्ष के कार्यकर्ताओं के बीच खूनी खेल शुरू हो गया था।
8 जुलाई को वोटिंग के दौरान जमकर हुई थी हिंसा
राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हमेशा से खूनखराबा वाला रहा है। इस बार भी ऐसा ही कुछ नजर आया। 8 जून को चुनावों के ऐलान के साथ ही राज्य में सियासी पारा चढ़ने लगा और चुनाव के नजदीक आते – आते जमकर हिंसा का तांडव हुआ। 8 जुलाई यानी वोटिंग के दिन प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से बमबाजी, गोलीबारी, आगजनी, बूथ कैप्चरिंग और मारपीट की घटनाएं देखने को मिली थीं। कई जगहों पर तो बैलेट बॉक्स ने पानी डाल कर उसे खराब करने की कोशिश की गई।
एक दिन में हुई थीं 18 मौतें
शनिवार 8 जुलाई को पश्चिम बंगाल के 73887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64874 पर मतदान हुआ था। बाकी के 9013 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था। जिनमें सबसे अधिक संख्या 8874 सत्तारूढ़ तृणमुल उम्मीदवारों की है मतदान खत्म होते-होते 18 राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी थी। बड़ी संख्या में लोग जख्मी भी हुए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हिंसा में सबसे अधिक सत्ताधारी तृणमुल कांग्रेस के 10, बीजेपी के 3 और लेफ्ट-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन के 5 कार्यकर्ता मारे गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 8 जून से 8 जुलाई तक पंचायत चुनावों को लेकर हुई राजनीतिक हिंसा में 38 लोग मारे गए हैं।
बता दें कि पंचायत चुनाव के नतीजे कल यानी मंगलवार 11 जुलाई को घोषित किए जाएंगे।