West Bengal: कौन हैं अर्पिता मुखर्जी, जिनके घर से ईडी को मिले 20 करोड़ रूपये, ममता सरकार के साथ क्या है कनेक्शन

West Bengal: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने ममता सरकार में खलबली मचा दी है। इस घोटाले को लेकर सरकार के कई दिग्गज मंत्री और विधायक जांच एजेंसी के रडार पर हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 23 July 2022 7:06 AM GMT (Updated on: 23 July 2022 12:19 PM GMT)
मंत्री पार्थ चटर्जी और अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी
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मंत्री पार्थ चटर्जी और अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी ( साभार सोशल मीडिया)

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ED Raid West Bengal: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने ममता सरकार में खलबली मचा दी है। इस घोटाले को लेकर सरकार के कई दिग्गज मंत्री और विधायक जांच एजेंसी के रडार पर हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई इस मामले की जांच कर रही थी कि इसमें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की भी एंट्री हो गई है। ईडी इस मामले से संबंधित कथित धनशोधन की तफ्तीश में जुटी है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को उसने दर्जन भर ठिकानों पर छापेमारी की।

इन ठिकानों में अर्पिता मुखर्जी का आलीशान बंगला भी था, जहां से जांच एजेंसी को 20 करोड़ रूपये नगद मिले। उसके बाद से अर्पिता लगातार मीडिया में सुर्खियों में बनी हुई हैं। उन्हें ममता सरकार में कद्दावर मंत्री पार्थ चटर्जी का करीबी बताया जा रहा है। दोनों फोटो काफी वायरल भी हो रही है। तो आइए जानते हैं कि बंगाल की सियासत में सनसनी पैदा करने वाली इस महिला (अर्पिता मुखर्जी) के बारे में।

कौन हैं अर्पिता मुखर्जी

अर्पिता मुखर्जी एक अभिनेत्री और मॉडल हैं। वह बांग्ला फिल्मों के अलावा ओडिया और तमिल फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। वह बंग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रोसेनजीत के लीड रोड वाले कुछ फिल्मों में साइड रोल कर चुकी हैं। इसके अलावा अर्पिता मुखर्जी ने बांग्ला फिल्म अमर अंतरनाड में भी अभिनय किया था।इसके बाद अर्पिता फिल्म इंडस्ट्री से दूर हो गईं। जानकारी के मुताबिक, वह साउथ कोलकाता में बीते कई सालों से एक आलीशान मकान में रह रही हैं। पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी इसी क्षेत्र से विधायक हैं।

पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अर्पिता को कई बार पार्थ के राजनीतिक आयोजनों में देखा गया है। वह चुनाव प्रचार के दौरान पार्थ चटर्जी के लिए चुनाव प्रचार भी कर चुकी हैं। पार्थ दक्षिण कोलकाता में लोकप्रिय दुर्गा पूजा समिति नकटला उदयन का संचालन करते हैं। यह कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से एक है।

अर्पिता मुखर्जी 2019 और 2020 में पार्थ चटर्जी के दुर्गा पूजा समारोह का चेहरा भी रह चुकी हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुवेन्दु अधिकारी ने साल 2019 की एक तस्वीर शेयर की है, जिमसें एक मंच पर सीएम ममता बनर्जी, मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी नजर आ रहे हैं।

टीएमसी ने अपना झाड़ा पल्ला

ईडी की कार्रवाई के बाद से सत्ताधारी टीएमसी बैकफुट पर है। पार्टी ने अर्पिता मुखर्जी के घर से मिले 20 करोड़ की नकदी से पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी का कहना है कि इन पैसों से उनका कोई लेना देना नहीं है। जांच में जिनके भी नाम सामने आए हैं, जवाब देना उनका और उनके वकील का काम है। वहीं शनिवार को उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को लेकर ममता सरकार में अन्य मंत्री फिरहाद हकीम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा, ईडी की यह कार्रवाई शहीद दिवस की रैली के एक दिन बाद हुई है। यह टीएमसी के नेताओं को परेशान करने और डराने-धमकाने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं है। अदालत के निर्देश पर सीबीआई पहले ही मंत्रियों से पूछताछ कर चुकी है, वे जांच में सहयोग भी कर रहे हैं, लेकिन अब उन्हें बदनाम करने के लिए ईडी का सहारा लिया जा रहा है।

क्या है मामला

पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड (WBBPE) में भर्ती अनियमितताओं की शिकायत कलकत्ता हाईकोर्ट में गई थी। इस फर्जीवाड़े में कुछ नेताओं ने अपने बेटे-बेटियों और रिश्तेदारों को भी नौकरी दी। अदालत ने बड़े पैमाने पर अनियमितता को देखते हुए इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी। बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने भी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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