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NITI Aayog CEO: कौन हैं बीवीआर सुब्रमण्यम जिन्हें बनाया गया है नीति आयोग का नया सीईओ
NITI Aayog CEO: बीवीआर सुब्रमण्यम ने कम से कम आधा दर्जन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) वार्ताओं का संचालन भी किया। वाणिज्य विभाग में उनके कार्यकाल के दौरान भारत ने संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ दो व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर किए।
NITI Aayog CEO: पूर्व वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम को केंद्र सरकार ने अगला नीति आयोग का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चुना है। वे आयोग के वर्तमान सीईओ परमेश्वरन अय्यर की जगह लेंगे। सुब्रह्मण्यम का आयोग के सीईओ के रूप में कार्यकाल दो वर्ष का होगा। अय्यर आयोग की सीईओ की भूमिका छोड़कर वाशिंगटन डीसी में कार्यकारी निदेशक के रूप में विश्व बैंक में शामिल होंगे।
कोरोना काल में यह किया था काम
कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा नीति आयोग के सीईओ के रूप में 20 फरवरी सोमवार को सुब्रह्मण्यम की नियुक्ति की घोषणा की गई। सुब्रह्मण्यम छत्तीसगढ़ कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी सितंबर 2022 में वाणिज्य सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए। वाणिज्य विभाग में अपने साल भर के कार्यकाल के दौरान सुब्रह्मण्यम ने रिकॉर्ड 422 बिलियन डॉलर के व्यापारिक निर्यात के लिए रोड मैप की रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अर्थव्यवस्था पिछले साल कोविड के बाद की मंदी से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रही थी।
FTA का भी कर चुके संचालन सुब्रह्मण्यम
उन्होंने कम से कम आधा दर्जन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) वार्ताओं का संचालन भी किया। वाणिज्य विभाग में उनके कार्यकाल के दौरान भारत ने संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ दो व्यापार सौदों पर हस्ताक्षर किए। आंतरिक सुरक्षा विशेषज्ञ माने जाने वाले सुब्रह्मण्यम इससे पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव का पद संभाल चुके थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री कार्यायल (पीएमओ) के रुप में भी काम कर चुके हैं।
अय्यर 2022 में बने थे सीईओ
उत्तर प्रदेश कैडर के 1981 बैच के आईएएस अधिकारी अय्यर को 2022 में तीन साल के लिए नीति आयोग का सीईओ नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल लगभग छह महीने ही चला था। अय्यर ने 2016-20 के दौरान पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य किया था।
अय्यर के महत्वपूर्ण काम
इससे पहले, अय्यर ने 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और जल और स्वच्छता क्षेत्र में रणनीतिक पहल के लिए विश्व बैंक में वैश्विक नेतृत्व के रूप में शामिल हो गए थे। वह 2016 में सचिव, पेयजल और स्वच्छता के रूप में स्वच्छ भारत मिशन में वापस लौटे। जुलाई 2020 में निजी कारणों का हवाला देते हुए अय्यर ने एक साल का एक्सटेंशन मिलने के बाद उस पद से इस्तीफा दे दिया था।
पिछले साल नीति सीईओ के रूप में अपनी नियुक्ति के समय, अय्यर ने कहा था, इस बार नीति आयोग के सीईओ के रूप में देश की सेवा करने का अविश्वसनीय अवसर दिए जाने पर सम्मानित और विनम्र महसूस कर रहा हूं। एक रूपांतरित भारत की दिशा में उनके नेतृत्व में काम करने का एक और मौका देने के लिए मैं पीएम नरेंद्र मोदी का बहुत आभारी हूं।