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कौन हैं NTA के पूर्व DG सुबोध कुमार सिंह? जिन्हें NEET पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार ने पद से हटाया
NTA DG Subodh Kumar: नीट पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार ने एक्शन लेते हुए एनटीए के महानिदेश सुबोध कुमार सिंह को शनिवार उनके पद से हटा दिया। ऐसे में आइए जानते हैं सुबोध कुमार सिंह के बारे में विस्तार से।
NTA DG Subodh Kumar: नीट पेपर लीक के बाद से ही देश भर में एनटीए को लेकर गुस्सा दिख रहा है। लोग जगह-जगह एनटीए के ऊपर धांधली का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब इसी बीच कल यानी शनिवार को केंद्र सरकार ने फैसला लेते हुए एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार को उनके पद से हटा दिया है। उनकी जगह आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को NTA का नया डायरेक्टर जनरल (DG) बनाया गया है। ऐसे में बीते कुछ दिनों से एनटीए और उनके पूर्व महानिदेशक सुबोध कुमार लगातार चर्चा में थे। तो आइए, विस्तार से जानते हैं आखिर कौन हैं सुबोध कुमार? कैसे बने एनटीए का डायरेक्टर जनरल (DG)?
1997 बैच के हैं IAS अधिकारी
सुबोध कुमार को पूरा नाम सुबोध कुमार सिंह है। उन्हें पिछले साल जून में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए का महानिदेशक (DG) के रूप में नियुक्त किया गया था। तब से वह इसी पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले सुबोध कुमार केंद्रीय खाद्य मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर भी अपनी सेवा दे चुके हैं। सुबोध कुमार 1997 बैच छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। जानकारी के अनुसार, सुबोध कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता प्राथमिक स्कूल में शिक्षक थे।
पढ़ाई और नौकरी?
सुबोध कुमार ने देश की टाॅप आईआईटी रुड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है। उसके बाद इसी कॉलेज से उन्होंने मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग भी की। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, इग्नू से उन्होंने एमबीए भी किया है। आईएएस बनने के बाद साल 2018 में उनकी पहली पोस्टिंग मंडला जिले में असिस्टेंट कलेक्टर पद पर हुई थी। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद वह बस्तर जिले के पहले जिला पंचायत सीईओ भी बनाए गए थे। 2002 में उनकी नियुक्ति रायगढ़ जिलाधिकारी के रूप में की गई। इसके अलावा वह रायपुर और बिलासपुर के भी कलेक्टर रह चुके हैं।
क्या है NTA और कौन-कौन सी परीक्षाएं कराती है आयोजित?
NTA का फूल फॉर्म नेशनल टेस्टिंग एजेंसी है, यह एक स्वायत्त संस्था है जो देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश और छात्रवृत्ति हेतु प्रवेश परीक्षाएं आयोजित कराती है। NTA की की स्थापना नवंबर 2017 में हुई थी। दिसंबर 2018 में एनटीए ने पहली यूजीसी-नेट की परीक्षा आयोजित कराई। वहीं अगर एनटीए द्वारा आयोजित की जाने वाली कुछ प्रमुख परीक्षाओं की बात करें तो इनमें जेईई मेन्स और एडवांस , NEET, CUET, UGC NET शामिल हैं। इसके अलावा, NTA विभिन्न राज्य पात्रता परीक्षाओं जैसे NET SET, JRF परीक्षा, AIIMS PG और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) परीक्षाओं का भी आयोजन कराती है। इन परीक्षाओं के अलावा, एनटीए CMAT और GPAT जैसी परीक्षाएं भी आयोजित कराती है।
एनटीए की टीम, उनके काम और उद्देश्य
एनटीए की टीम में शिक्षा प्रशासकों, विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और मूल्यांकन डेवलपर्स शामिल होते हैं। इन लोगों का मानना है कि साइंटिफिक तरीके से डिजाइन और ठीक से किए गए असिसमेंट भारत के स्कूलों में शिक्षण प्रक्रियाओं को और बेहतर बना सकते हैं। एनटीए की कोर टीम 9 सदस्यों की होती है, जिसमें टेस्ट आइटम राइटर्स, शोधकर्ता और मनोचिकित्सक और शिक्षा विशेषज्ञ भी शामिल होते हैं। NTA का मुख्य उद्देश्य देश में प्रवेश और भर्ती के उम्मीदवारों की योग्यता का आंकलन करने के लिए परीक्षा का आयोजन कराना है। एनटीए के काम की बात करें तो परीक्षा में आने वाले प्रश्नों का चयन करने के लिए विशेषज्ञों और परीक्षा किन संस्थानों पर कराई जाएगी इसकी पहचान करना भी एनटीए का काम है। इसके अलावा, एग्जाम का सिलेबस, मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर आदि उपलब्ध कराना एनटीए की ही जिम्मेदारी होती है।