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दिव्यांग पति को गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट पहुंची पत्नी, रोकर बोली- मैं ज्योति मौर्य नहीं, जो साथ न दूं

Wife Carrying Husband in Lap: हाल ही में जनसुनवाई के लिए एक महिला अपने दिव्यांग पति को गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंची थी। अब लोग SDM ज्योति मौर्य और प्रियंका की तुलना कर रहे हैं।

Archana Pandey
Published on: 26 July 2023 3:20 PM IST (Updated on: 26 July 2023 3:55 PM IST)
दिव्यांग पति को गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट पहुंची पत्नी, रोकर बोली- मैं ज्योति मौर्य नहीं, जो साथ न दूं
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Wife Carrying Her Husband In Lap (Image- Social Media)

Wife Carrying Husband in Lap: जहां ज्योति मौर्य SDM बनते ही अपने पति को छोड़ देने के आरोप में चर्चाओं का विषय बनी हुई हैं। वहीं, इसके इतर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की रहने वाली प्रियंका गोड़ ने अपने प्रेम और पतिव्रता होने की ऐसी मिसाल कायम की है कि लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।

जनसुनवाई में गोद में लेकर पहुंची पत्नी

दरअसल 18 जुलाई को जनसुनवाई के लिए प्रियंका गौड़ अपने दिव्यांग पति को गोद में उठाकर कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंची थी। इस दौरान उन्हें देखकर हर कोई हैरान रह गया। लोग उनकी और SDM ज्योति मौर्य की तुलना कर रहे हैं। पति को ऐसे में गोद में उठाने के सवाल पर रोते हुए प्रियंका ने कहा कि कि “मैं ज्योति मौर्य जैसी नहीं हूं, जो अपने पति का साथ छोड़ दूं। मैं मरते दम तक अपने पति का साथ निभाउंगी।“ मेरे पति ही मेरे सब कुछ है।

बताया जा रहा है कि शादी के महज एक साल बाद ही प्रियंका गौड़ के पति का एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें वह दिव्यांग हो गए थे। जिसके कारण वह अब चल नहीं पाते हैं। ऐसे में आर्थिक तंगी से परेशान प्रियंका अपने पति के इलाज और अनुकंपा नियुक्ति के लिए गुहार लगा रही हैं। जिसके लिए प्रियंका करीब 5 साल से पति को गोद में लेकर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही हैं। पर उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया।

अनुकंपा की नियुक्ति मांग कर रहे हैं दोनों

प्रियंका के पति अंशुल ने बताया कि साल 2015 में एक दुर्घटना में उसकी मां की मौत हो गई थी। मां शासकीय हाई स्कूल कितपुरा में टीचर थीं। जिनकी मौत आगजनी में हो गई थी। ऐसे में अब हम उनकी अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहे है। सालों से कोई सुनवाई नहीं हुई हैं।

हालांकि जब इस बार प्रियंका गौड़ कलेक्टर की जनसुनवाई में पति को गोद में लेकर पहुंची, तो कलेक्टर ने उसे मदद का भरोसा दिया है। प्रियंका का कहना है कि वह पिछले कई सालों से परेशान हैं। छतरपुर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार मदद मांगी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। वह पति को लेकर भोपाल में सीएम से भी मिलने के लिए जा चुकी हैं, लेकिन एक सप्ताह रुकने के बाद भी सीएम से मुलाकात नहीं हुई थी।



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Archana Pandey

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