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राज्यसभा में 'नारी शक्ति वंदन विधेयक' के पक्ष में पड़े 215 वोट, विरोध में शून्य, सभापति- PM मोदी को कोटि-कोटि आभार
Parliament Special Session: महिला आरक्षण बिल में लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण का प्रावधान है। अब इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलते ही इस विधेयक का नाम 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' हो जाएगा।
Women Reservation Bill Passed in Rajya Sabha: संसद के विशेष सत्र के दौरान संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में गुरुवार (21 सितंबर) को महिला आरक्षण बिल सर्वसम्मति से पास हो गया। सभी पार्टियों ने इस बिल का समर्थन किया। बिल के समर्थन में जहां 215 वोट पड़े, वहीं विरोध में कोई वोट नहीं डाला गया। गौरतलब है कि, 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' बुधवार को लोकसभा में लंबी चर्चा के बाद पारित हो गया था।
राज्यसभा (Rajya Sabha) में इस बिल पर प्रस्तावित सभी संशोधन भी गिर गए। लोकसभा में महिला आरक्षण बिल के पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े थे। जिन दो सांसदों ने विरोध में वोटिंग की थी वो दोनों असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के सांसद थे।
सभापति जगदीप धनखड़ ने दी बधाई
बता दें, इस विधेयक में लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान है। बिल पास होने पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने सभी को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि, ये संयोग ऐसा है कि हिंदू रीति विधि के मुताबिक आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है। मैं उन्हें बधाई देता हूं।
82 से बढ़कर 181 हो जाएगी महिला सांसदों की संख्या
राज्यसभा में केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023 पेश किया था। इस दौरान मेघवाल ने कहा, 'ये बिल महिला सशक्तिकरण से संबंधित है। इसके कानून बन जाने के बाद 543 सदस्यों वाली लोकसभा में महिला सांसदों की मौजूदा संख्या 82 से बढ़कर 181 हो जाएगी। साथ ही, विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीट आरक्षित हो जाएंगी।'
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया आभार
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल (PM Modi on Women Reservation Bill) पर वोटिंग से ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी सदन में पहुंचे। अपने संक्षिप्त संबोधन में उन्होंने कहा, 'इस बिल से देश के लोगों में एक नया विश्वास पैदा होगा। सभी सदस्यों और राजनीतिक दलों ने महिलाओं को सशक्त बनाने तथा नारी शक्ति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 'नारी शक्ति' को एक विशेष सम्मान सिर्फ विधेयक पारित होने से मिल रहा है, ऐसा नहीं है। बल्कि, इस बिल के प्रति देश के सभी राजनीतिक दलों की सकारात्मक सोच होना, ये हमारे देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा देने वाली है। मैं सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करता हूं।'