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Women Wrestlers Case : बीजेपी सांसद बृजभूषण की बढ़ेंगी मुश्किलें, कोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित
Women Wrestlers Case : भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद बृजभूषण पर लगे यौन उत्पीड़न मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है।
Women Wrestlers Case : भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था, इस मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने आज (04 अप्रैल, 2024) सुनवाई करते हुए आदेश को सुरक्षित रख लिया है। अब कोर्ट 18 अप्रैल को अपना फैसला सुनाएगी।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों से यौन शोषण का आरोप लगाया था। इस मामले में उनके खिलाफ आरोप तय करने को लेकर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आज सुनवाई की है। कोर्ट ने सुनवाई पूरी करने के बाद आरोप तय करने पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
पर्याप्त सबूत उपलब्ध कराने में असफल रहे खिलाड़ी
बता दें कि महिला खिलाड़ियाें में कुछ नाबालिग भी थीं, जिन्होंने भी यौन शोषण का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में नाबालिग खिलाड़ी ने अपनी शिकायत को वापस लिया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने पीड़ित शिकायतकर्ता के बयान दर्ज करने के बाद निरस्तीकरण की रिपोर्ट दखिल कर दी थी। दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट पर नाबालिग ने कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई थी।
इस मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में रिपोर्ट तब दाखिल की गई थी, जब नाबालिग के पिता खुलकर सामने आए थे। उन्होंने कहा था बीजेपी सांसद के खिलाफ उसने गुस्से में मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में अपनी दाखिल चार्जशीट में बताया था कि महिला पहलवान केस में पर्याप्त सबूत उपलब्ध नहीं हुए हैं।
दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज पॉक्सो मामले को वापस लेने के लिए अपनी निरस्तीकरण रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की थी। इसमें पुलिस ने बताया था कि जांच के दौरान उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने पीड़ित महिला खिलाड़ियों से सबूत मांगे थे, लेकिन वह उपलब्ध कराने में असफल रहे हैं।
केंद्र सरकार की हुई थी किरकिरी
गौरतलब है कि भाजपा सांसद बृजभूषण के खिलाफ महिला पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट सहित सहित अन्य पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। यही नहीं, पहलवानों ने जंतर-मंतर पर भी कई दिनों तक धरना - प्रदर्शन किया था। इसे लेकर केंद्र सरकार की काफी किरकिरी भी हुई थी।