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गजब: एक क्लिक पर जान सकेंगे कहां रहें अपराधियों से सावधान
झारखंड स्थित आईआईटी की इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन संकाय की छात्राओं कृति, मुस्कान, प्रियंका और नव्या ने 'क्राइम डिटेक्शन हॉट स्पॉट' नामक वेबसाइट बनाई है, जो बताएगी कि किस क्षेत्र में अपराध का पैटर्न क्या है, वहां किस तरह का अपराध होता है।
झारखंड: देश में जिस तरह से आपराध बढ़ रहा है। वह बहुत से लोगों के लिए चिंता का विषय भले ही ना हो लेकिन धनबाद, झारखंड स्थित आईआईटी(आईएसएम) यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(भारतीय खनी विद्यापीठ) की इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन संकाय की छात्राओं ने इसका गंभीरतापूर्वक संज्ञान लिया है।
उन्होंने आगे आकर लोगों को अपराध से बचाने के लिए पहल की है। उन्होंने 'क्राइम डिटेक्शन हॉट स्पॉट' नाम से एक वेबसाईट शुरू किया है। जिस पर एक क्लिक करके ये जान सकेंगे कहां पर अपराधियों से सावधान रहने की जरूरत है। तो आइये जानते है इस वेबसाईट के बारें में:-
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ये है पूरा मामला
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन संकाय की छात्राओं कृति, मुस्कान, प्रियंका और नव्या ने 'क्राइम डिटेक्शन हॉट स्पॉट' नामक वेबसाइट बनाई है, जो बताएगी कि किस क्षेत्र में अपराध का पैटर्न क्या है, वहां किस तरह का अपराध होता है।
पिछले कुछ वर्षों से लेकर वर्तमान में वहां अपराध का क्या ट्रेंड रहा है, वहां किस तरह की और कितनी घटनाएं घटी हैं। हाल में किस तरह की घटनाएं अधिक हो रही हैं आदि।
ब्रिटिश पुलिस की तर्ज पर विकसित इस वेबसाइट में देशभर के हर शहर और संबंधित इलाकों का अपराध संबंधी विस्तृत डाटा और विश्लेषण दर्ज किया जा सकेगा। वेबसाइट के सर्च बॉक्स में किसी क्षेत्र का नाम टाइप करते ही उस क्षेत्र की ऐसी तमाम जानकारियां सामने आ जाएंगी।
छात्राओं का कहना है कि पुलिस और प्रशासन के अलावा आम नागरिक भी इस जानकारी के माध्यम से अपराध के खिलाफ सचेत रह सकेंगे। वेबसाइट जल्द ही सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी।
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एक क्लिक पर पता चल सकेगा कौन सा इलाका है असुरक्षित
प्रोजेक्ट से जुड़ी कृति ने बताया कि इस वेबसाइट से लड़कियों को अपनी सुरक्षा के प्रति और भी अधिक सतर्क रहने में विशेष मदद मिल सकती है। विशेषकर इसी मकसद ने हमें यह वेबसाइट बनाने को प्रेरित किया। यूजर को एक क्लिक पर पता चल सकेगा कि अपराध के लिहाज से कौन सा क्षेत्र किस समय कितना असुरक्षित हो सकता है।
वहां सुबह, दोपहर और रात में किस प्रकार की वारदातें हुईं और हो रही हैं, इनका ब्योरा हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा। पुलिस और प्रशासन को भी इससे मदद मिलेगी। अपराध जोन की जानकारी भविष्य में होनी वाली घटनाओं को रोकने में मदद करेगी।
अपने क्षेत्र के डाटा को वेबसाइट पर करना होगा अपलोड
कृति ने बताया कि वेबसाइट को लगातार अपडेट करते रहने की आवश्यकता होगी। देश के विभिन्न इलाकों में होने वाले अपराध और उसके पैटर्न (प्रकार) का डाटा लगातार एकत्रित करना होगा। इसमें स्थानीय पुलिस, प्रशासन एवं गवर्निंग बॉडी की मदद की आवश्यकता होगी। ये सभी अपने क्षेत्र के डाटा को वेबसाइट में डाल सकेंगे।
एप पर भी मिलेगी ये सुविधा
देशभर से एकत्र होने वाले डाटा (विवरणों) को वेबसाइट में लगा विशेष फिल्टर क्षेत्रवार अपराध और अपराध की प्रकृति के आधार पर अलग-अलग समूहों में बांट देगा। इससे उपयोगकर्ता (यूजर) को अपेक्षित इलाके का विश्लेषित डाटा मिल सकेगा। इससे आम लोग आसानी से अपराध की जगह व उस क्षेत्र में घटने वाले अपराध की प्रकृति के बारे में जान सकेंगे। फिलहाल, इस वेबसाइट में इस तरह के सभी ब्योरे उपलब्ध करा दिए गए हैं। बाद में इसे एप में भी तब्दील किया जा सकेगा।
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