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आखिर क्यों ट्रोल हो गया #arrestkejariwal , क्या आप जानते हैं इसके पीछे की ये वजह
ये मामला पिछले दिनों दिल्ली से बड़ी संख्या में श्रमिकों को खदेड़े जाने के बाद गरमाया है। इन लोगों को दिल्ली की सीमा पर लाकर छोड़ दिया गया था। उत्तर प्रदेश ने एक हजार बसें चलवाकर इन लोगों को इनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की थी।
#arrestkejariwal रविवार (29 मार्च) को सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गया। दिन भर लोग हैशटैग लगाकर ट्विट करके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिये रहे। ये क्यों हुआ क्या है इसकी वजह।
जबकि #arrestkejariwal के ट्रोलर्स की गालियों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूरों से दिल्ली में रुकने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में एक चिट्ठी जारी की है। जिसमें लिखा है, “कुछ लोग अपने गांव जाने के लिए बेताब हैं। प्रधानमंत्री जी ने सबसे अपील की है कि जो जहां है, वहीं रहे। मेरी भी आपसे यही अपील है। क्योंकि इतनी भीड़ में आपको भी कोरोना होने का डर है।”
निशाने पर आने के बाद केजरीवाल कह रहे हैं कि मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि दिल्ली सरकार ने आपके लिए पूरा इंतजाम किया है, इसलिए अपने गांव न जाएं।
ये मामला पिछले दिनों दिल्ली से बड़ी संख्या में श्रमिकों को खदेड़े जाने के बाद गरमाया है। इन लोगों को दिल्ली की सीमा पर लाकर छोड़ दिया गया था। उत्तर प्रदेश ने एक हजार बसें चलवाकर इन लोगों को इनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की थी।
स्वामी ने भी खोल दिया मोर्चा
#arrestkejariwal के हंगामे के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए कहा है कि 21 दिन के लॉकडाउन के बचे हुए दिनों में हम दिल्ली में दो सरकारें नहीं झेल सकते। इसलिए दिल्ली सरकार को सस्पेंड किया जाना चाहिए और सभी लॉजिस्टिक सेना को सौंप दिए जाने चाहिए।
आखिर स्वामी ने ऐसा बयान क्यों दिया। इससे पहले स्वामी ने केजरीवाल पर लॉकडाउन के दौरान दिहाड़ी मजदूरों को जानबूझकर डीटीसी बसों से उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर धकेलने का आरोप लगाया था।
सोशल मीडिया पर लोगों का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री प्रवासियों को न रोककर दूसरे राज्यो में कोरोनावायरस संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा रहे हैं। ये केजरीवाल के लिए बुरा समय है। जबकि वह इस मुहिम में अलग थलग पड़ रहे हैं।