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Jhansi news: आरपीएफ दारोगा ने बहू व चार मासूम बच्चों को घर से निकाला

Jhansi news: महिला का आरोप है कि पति की मौत के बाद ससुर ने उसे व उसके चार मासूम बच्चों को घर से बाहर निकाल दिया।

B.K Kushwaha
Published on: 18 March 2023 2:33 AM IST
Jhansi news: आरपीएफ दारोगा ने बहू व चार मासूम बच्चों को घर से निकाला
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father in law kicked out daughter in law

Jhansi news: पति की मौत के बाद पत्नी अपने चार मासूम बच्चों को लेकर दर-दर भटक रही है। इसके बावजूद उसे न्याय नहीं मिल रहा है। महिला का आरोप है कि पति की मौत के बाद ससुर ने उसे व उसके चार मासूम बच्चों को घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद अंदर से कमरा बंद कर दिया। अंदर से चिल्ला-चिल्लाकर ससुर ने कहा कि जब उसका बेटा जिंदा नहीं है तो तुम्हें रखने का अधिकार उसे नहीं है। शुक्रवार को पीड़ित महिला अपने चार मासूम बेटियों को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। यहां उसने न्याय की मांग की। इस मामले में एसपी सिटी का कहना है कि महिला को न्याय दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

जाने क्या है पूरा मामला?

प्रेमनगर थाना क्षेत्र के ग्वालटोली हंसारी में रहने वाली सुमन अहिरवार शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। यहां पर सुमन ने बताया है कि वर्ष 2019 में उसके पति रवि कुमार की मौत हो गई थी। उसकी चार बेटियां हैं। पति की मौत के बाद अब ससुरालीजन उसे घर में नहीं रहने दे रहे हैं। लगभग 3-4 वर्षों से वह अपने मायके में रह रही है। मायके उसके माता-पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वह अपने बच्चों को पढ़ाना तो दूर उन्हें ठीक से खाना भी नहीं खिला पा रही है। उसके ससुर झाँसी के रेलवे वर्कशॉप आरपीएफ थाना में दारोगा के पद पर तैनात है। वर्दी का रौब दिखा किर उसे घर में नहीं घुसने दिया जाता है। कई बार इसकी शिकायत भी थाने की पुलिस से की। लेकिन शिकायत को गम्भीरता से नहीं ली। परेशान होकर पीड़िता ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में न्याय की गुहार लगाई है।

उधर, सुमन के पिता का कहना है कि उसने अपनी लड़की की तरफ से निवाड़ी की अदालत में एक वाद दायर कर दिया है। यह मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। इसकी जानकारी बेटी के ससुर को पता चली तो उसकी बेटी व नातियों को रहने के लिए मना कर दिया है। सुमन के पिता का कहना है कि वह अपने घर परिवार चलाए कि इनका पेट भरे। वह भी काफी परेशान हैं क्योंकि उसकी बेटी विधवा है। उसे भी काफी दुख आता है। बेटी के चार मासूम बेटियां भी है। इनका खर्चा भी उठाना पड़ रहा है। उधर, आरपीएफ दारोगा का कहना है कि जब उसका बेटा दुनिया में नहीं है तो वह क्यों बहू व बच्चों को घर पर रखें। क्योंकि उसका बेटा ही अलविदा हो गया है तो वह भी काफी दुखी है। बेटे की मौत के पहले बहू ने अदालत में एक वाद दायर कर दिया था।



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