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Career In Fashion Designing: 12वीं के बाद कैसे बनायें फैशन डिजाइनिंग में अपना करियर, क्या है इसका स्कोप
Career In Fashion Designing: आइये जानते हैं अगर आप भी इसे अपने करियर की तरह चुनना चाहते हैं तो इसके लिए आप क्या करें और आपका 12वीं के बाद अगला कदम इसके लिए क्या होना चाहिए।
Career In Fashion Designing: फैशन इंडस्ट्री बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। साथ ही इसमें करियर की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। अगर आप क्रिएटिव हैं, नए रंग, डिजाइन और स्टाइल की ओर आकर्षित होते हैं तो फैशन डिजाइनिंग एक बेहतरीन करियर विकल्प साबित हो सकता है। आइये जानते हैं अगर आप भी इसे अपने करियर की तरह चुनना चाहते हैं तो इसके लिए आप क्या करें और आपका 12वीं के बाद अगला कदम इसके लिए क्या होना चाहिए।
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में बनायें अपना करियर
फैशन डिजाइनिंग का क्षेत्र बहुत ही ग्लैमरस है। इस क्षेत्र की रौनक पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ गयी है। युवा फैशन डिजाइनिंग में रुचि दिखा रहे हैं। साथ ही वो फैशन के क्षेत्र में सफल करियर बना सकते हैं। अनुभव, ब्रांड या अपने नाम के आधार पर कमाई के मौके बढ़ सकते हैं। फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद आप कई अच्छी कंपनियों से जुड़ सकते हैं। आप अपना खुद का ब्रांड बना सकते हैं। इसके लिए आपके अंदर भी कुछ क्वालिटी की जरूरत होगी। अगर आप फैशन डिजाइनर बनना चाहते हैं तो आपको क्रिएटिव होना जरूरी है। इसके साथ ही आपको ये भी पता होना चाहिए कि दबाव में कैसे काम करना है।
डिजाइनिंग या आर्ट एंड क्राफ्ट जैसी चीजों में रुचि रखने वाले छात्र बैचलर इन फैशन डिजाइनिंग कोर्स कर सकते हैं। भारत में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) इस कोर्स को बड़े पैमाने पर ऑफर करता है। सरकारी कॉलेजों सहित कई निजी कॉलेज इस कोर्स की पेशकश करते हैं। आप अपने हिसाब से कोर्स का चुनाव कर सकते हैं। अगर आप रचनात्मक हैं, आप नए रंगों, डिजाइनों और शैलियों के प्रति आकर्षित हैं, तो फैशन डिजाइनिंग एक बेहतरीन करियर विकल्प (फैशन डिजाइनर कौशल) साबित हो सकता है। फैशन डिजाइनिंग का भारत के साथ-साथ विदेशों में भी व्यापक दायरा है।
ऐसे छात्र फैशन डिजाइनिंग कर सकते हैं
फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने वाले छात्र की पहली योग्यता होती है उनमे क्रिएटिविटी का होना। इसमें डिजाइनिंग करने वालों को कलर और डिजाइन के साथ हमेशा कुछ नया एक्सपेरिमेंट करना पड़ता है। क्रिएटिविटी के साथ-साथ अच्छी कम्युनिकेशन स्किल भी डेवलप करनी होगी। इसके लिए फैशन की दुनिया से रूबरू होना पड़ता है, जिसके हिसाब से फैशन डिजाइनर अपने डिजाइन बाजार में उतारते हैं।
ये हैं फैशन डिजाइनिंग के मुख्य कोर्स
फैशन डिजाइनिंग में बैचलर ऑफ फैशन डिजाइनिंग, बीएससी-फैशन डिजाइनिंग, बैचलर ऑफ फैशन कम्युनिकेशन, डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग जैसे कोर्स ऑफर किए जाते हैं। अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग कोर्स चलाए जा सकते हैं। इन पाठ्यक्रमों की अवधि भी भिन्न हो सकती है। इन कोर्स की अवधि एक साल से चार साल तक की हो सकती है।
12वीं के बाद आप फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर सकते हैं। फैशन डिजाइन/फैशन टेक्नोलॉजी/टेक्सटाइल डिजाइन या संबंधित क्षेत्र में डिप्लोमा या डिग्री होना अनिवार्य है। 12वीं के बाद फैशन डिजाइनर बनने के लिए NID परीक्षा / UCEED / CEED / NIFT प्रवेश परीक्षा देनी होगी। इसके साथ ही आप प्राइवेट कॉलेज से सर्टिफिकेट कोर्स भी कर सकते हैं। वहीं पोस्टग्रेजुएट लेवल के कोर्स के लिए किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री या इसी तरह की कोई अन्य योग्यता होना जरूरी है।
क्या है फैशन डिजाइनिंग का स्कोप
फैशन डिजाइनिंग करने के बाद आप फैशन स्टाइलिस्ट, टेक्सटाइल डिजाइनर, पर्सनल शॉपर, मेकअप आर्टिस्ट, फैशन मॉडल जैसे काम कर सकते हैं।