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ABP न्यूज सर्वेः सपा के झगड़े का BJP को फायदा, CM के लिए पहली पसंद अखिलेश
यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और पिछले दिनों से सत्ता में काबिज समाजवादी पार्टी में अंदर की कलह खुलकर सामने आई। चाचा-भतीजे की बीच का झगड़ा मंच से उतरकर सड़क पर आ गया। इसी बीच ABP न्यूज ने यूपी का त्वरित सर्वे कराया कि सपा के अंदर मची कलह का फायदा किस पार्टी को कितना होगा। सर्वे में सामने आया है कि झगड़े का सबसे ज्यादा फायदा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) होगा। 39 फीसदी लोगों का मानना है कि 2017 चुनाव में बीजेपी की बल्ले-बल्ले हो सकती है। नफा-नुकसान के इस खेल में दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी है। 29 फीसदी लोगों का मानना है कि गृहयुद्ध का फायदा बसपा सुप्रीमो मायावती को मिलेगा। वहीं, सर्वे में सिर्फ 6 फीसदी लोगों का मानना है चाचा-भतीजे के इस झगड़े का फायदा कांग्रेस को हो सकता है।
नई दिल्ली: यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और पिछले दिनों से सत्ता में काबिज समाजवादी पार्टी में अंदर की कलह खुलकर सामने आई। चाचा-भतीजे की बीच का झगड़ा मंच से उतरकर सड़क पर आ गया। इसी बीच ABP न्यूज ने यूपी का त्वरित सर्वे कराया कि सपा के अंदर मची कलह का फायदा किस पार्टी को कितना होगा। सर्वे में सामने आया है कि झगड़े का सबसे ज्यादा फायदा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) होगा। 39 फीसदी लोगों का मानना है कि 2017 चुनाव में बीजेपी की बल्ले-बल्ले हो सकती है। नफा-नुकसान के इस खेल में दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी है। 29 फीसदी लोगों का मानना है कि गृहयुद्ध का फायदा बसपा सुप्रीमो मायावती को मिलेगा। वहीं, सर्वे में सिर्फ 6 फीसदी लोगों का मानना है चाचा-भतीजे के इस झगड़े का फायदा कांग्रेस को हो सकता है। ( फोटो सौजन्य: ABP न्यूज)
किसी भी पार्टी से गठबंधन को तैयार: अखिलेश
उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने गुरुवार को समाजवादी विकास रथ यात्रा के दौरान कहा, ''विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सपा किसी भी पार्टी से गठबंधन करने को तैयार है, लेकिन इस पर कोई फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ही लेंगे। गठबंधन से किस पार्टी को नुकसान या किस पार्टी को फायदा होगा, इसका फैसला बाद में किया जाएगा।''
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सीएम के तौर पर कौन है पहली पसंद ?
ABP न्यूज के त्वरित सर्वे में यह सामने आया है कि 31 फीसदी लोग अखिलेश यादव को दोबारा उत्तर प्रदेश का सीएम बनते देखना चाहते हैं। वहीं, 27 फीसदी चाहते हैं कि 2017 चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती सत्ता में आए। वहीं, 24 फीसदी लोगों की सीएम के तौर पर पसंद बीजेपी के गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ हैं।
झगड़े से किसकी छवि हुई खराब ?
ABP न्यूज के त्वरित सर्वे के मुताबिक, 30 फीसदी लोगों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी में हुई कलह से सबसे ज्यादा छवि मुलायम सिंह यादव (नेताजी) की खराब हुई है। वहीं, 16 फीसदी का मानना है कि सीएम अखिलेश को इस झगड़े से नुकसान हुआ है, लेकिन 43 फीसदी लोगों का मानना है कि पार्टी और परिवार में हुई इस उठापटक से बाप और बेटे दोनों को खामियाजा भुगतना पड़ा है।
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सपा में झगड़े की वजह कौन ?
समाजवादी पार्टी में जब से गृहयुद्ध शुरू हुआ तब से अलग-अलग लोगों को इस पारिवारिक कलह का जिम्मेदार ठहराया गया है। कुछ ने कहा कि भतीजे को उस चाचा के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए, जिसने पार्टी को खड़ा करने में अपना सबकुछ झोंक दिया। वहीं, कुछ के मुताबिक, चाचा शिवपाल खुद सीएम बनना चाहते थे, इसलिए अखिलेश को एक किनारे करने के लिए उनके खिलाफ साजिश रची।
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सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि इस बारे में उनकी क्या राय है तो सामने आया कि शिवपाल सबसे बड़े विलेन हैं। 43 फीसदी लोगों ने झगड़े का जिम्मेदार शिवपाल यादव को ठहराया। वहीं, 15 फीसदी लोगों ने अमर सिंह को सपा का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। 3 फीसदी ने पार्टी से 6 साल के लिए निकाले गए प्रोफेसर रामगोपाल को जिम्मेदार बताया तो एक फीसदी ने मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना को झगड़े की वजह बताया है।
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क्या अखिलेश को नई पार्टी बनानी चाहिए ?
सपा में झगड़े के दौरान कई बार यह बात सामने आई कि युवाओं में लोकप्रिय सीएम अखिलेश यादव परिवार में मचे घमासान के बाद अलग नई पार्टी बना सकते हैं। हालांकि खुद अखिलेश ने इन सब बातों कोे झूठी अफवाह बताया और कहा कि वो किसी भी कीमत पर इस पार्टी को नई टूटने देंगे। सर्वे में जब यह सवाल लोगों से पूछा गया तो 19 फीसदी लोगों ने कहा कि अखिलेश को नई पार्टी बना लेनी चाहिए। वहीं, 55 फीसदी लोग सपा को टूटते हुए नहीं देखना चाहते हैं और 26 फीसदी लोगों ने कोई भी जवाब देने से बचे।
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