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अन्ना की हुंकार, कहा- मोदी सरकार ने मांगें नहीं मानी तो प्राण त्याग दूंगा
संभल: समाजसेवी और लोकपाल के समर्थक अन्ना हजारे ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सरकार ने बातें नहीं मानीं तो आंदोलन में अपने प्राण त्याग दूंगा। अन्ना ने ये बातें रविवार को संभल के नगरपालिका मैदान में किसानों की जनसभा को संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर अन्ना ने 23 मार्च को दिल्ली में आयोजित आंदोलन में शामिल होने के लिए लोगों का आह्वान किया। कहा, कि 'अगर जेल में जाने को तैयार हों, तो दिल्ली के आंदोलन में आना।'
अन्ना ने आगे कहा, कि 'भारत को आजाद हुए 70 साल हो गए। लेकिन देश की हालत पहले जैसी ही है। अब तो गोरे देश छोड़कर चले गए, कालों ने राज कर लिया। दिल्ली में आंदोलन अंतिम होगा। इसमें सरकार को सभी मांगें पूरी करनी होगी, नहीं तो आंदोलन में बैठे ही प्राण त्याग दूंगा।'
अहिंसा के साथ आंदोलन में जेल भरेंगे
अन्ना ने कहा, 'जन लोकपाल और किसानों के लिए डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू कराने के लड़ाई छेड़ेंगे। उन्होंने देश के लोगों से जेल भरो आंदोलन का का भी आह्वान किया। कहा, कि पूरे देश में इतनी तैयारी करो, कि कोई जेल खाली न बचे। अहिंसा के साथ आंदोलन में जेल भरेंगे तो सरकार आंदोलन को नहीं तोड़ पाएगी।'
छेड़ेंगे आजादी की दूसरी जंग
हजारे ने आगे कहा, कि 'आजादी के लिए आंदोलन की शुरुआत 23 मार्च को दिल्ली के उसी रामलीला मैदान से होगी, जहां से जनलोकपाल के लिए पहली लड़ाई लड़ी गई थी। उन्होंने किसानों और नौजवानों को जागरूक कर आजादी की दूसरी जंग छेड़ने का ऐलान किया।
सरकार अडानी-अंबानी का ध्यान रखती है
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'सरकार किसानों का नहीं बल्कि अडानी और अंबानी का ध्यान रखती है।' अन्ना हजारे बोले, अहिंसक आंदोलन की बदौलत उन्होंने 35 साल में आठ कानून बनवाए। इसलिए हम लोग 23 मार्च से एक बार फिर आंदोलन शुरू करने वाले हैं। हिंसा नहीं करेंगे। अहिंसा के मार्ग पर आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा, कि हम संगठित हो गए तो सरकार का नाक दबाएंगे, तब उनका मुंह खुल जाएगा। मांगें पूरी होंगी। जनता की जीत होगी।'