×

सेना प्रमुख के बयान पर भड़के ओवैसी, कहा- ये आपका काम नहीं

सेना प्रमुख बिपिन रावत के बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ और असम की ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) पर दिए गए बयान ने राजनीतिक रूप ले लिया है और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने आर्मी चीफ के बयान पर सवाल उठाए हैं।

priyankajoshi
Published on: 22 Feb 2018 4:27 AM GMT
सेना प्रमुख के बयान पर भड़के ओवैसी, कहा- ये आपका काम नहीं
X

नई दिल्ली: सेना प्रमुख बिपिन रावत के बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ और असम की ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) पर दिए गए बयान ने राजनीतिक रूप ले लिया है और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने आर्मी चीफ के बयान पर सवाल उठाए हैं।

औवेसी ने ट्वीट किया कि आर्मी चीफ को राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, किसी राजनीतिक पार्टी के उदय पर बयान देना उनका काम नहीं है। लोकतंत्र और संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है, सेना हमेशा एक निर्वाचित नेतृत्व के तहत काम करती है। अभी तक ऐसा नहीं हुआ कि सेना प्रमुख ने किसी राजनीतिक नेता की तरह बयान दिए हों।

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा था कि जितनी तेजी से देश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का विस्तार नहीं हुआ उतनी तेजी से असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ बढ़ी है। रावत इलाके में होने वाली बांग्लादेशी घुसपैठ और जनसांख्यिकी परिवर्तन को समझाने के लिए उदाहरण दे रहे थे। उन्होंने कहा था कि घुसपैठ होने का एक बड़ा कारण जमीन पर कब्जा जमाना भी है।

एक सेमिनार में सेना प्रमुख ने बांग्लादेशी घुसपैठ के बारे में कहा था कि उत्तर-पूर्व में बांग्लादेश से हो रही घुसपैठ के पीछे हमारे पश्चिमी पड़ोसी की छद्म नीति ज़िम्मेदार है। जनरल रावत ने कहा है कि इस काम में हमारे पश्चिमी पड़ोसी को उत्तरी पड़ोसी का साथ मिल रहा है। उन्होंने कहा है कि उत्तर पूर्व की समस्याओं का समाधान वहां के लोगों को देश की मुख्यधारा में लाकर विकास करने से मुमकिन है।

पूर्वोत्तर से देश के संपर्क मार्ग यानी सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर नौसेना प्रमुख ने कहा कि चीन से मतभेदों के बावजूद अनेक दशकों से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शान्ति बरकरार रही है। हालांकि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा सीमा का अतिक्रमण करने की बढ़ती घटनाएं और डोकलाम में हालिया गतिरोध चीन की बढ़ती मुखरता का प्रतीक है, क्योंकि वह आर्थिक और सैन्य मोर्चों पर प्रगति कर रहा है।

priyankajoshi

priyankajoshi

इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

Next Story