TRENDING TAGS :
Bihar Board 12th Result : नीट की 'टॉपर' कल्पना बिहार 'टॉपर' बनीं
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की 12वीं (इंटरमीडिएट) के परीक्षा परिणाम बुधवार को घोषित कर दिए गए। इंटरमीडिएट के तीनों संकाय विज्ञान, वाणिज्य और कला में इस वर्ष करीब 53 प्रतिशत छात्र सफल घोषित किए गए हैं। विज्ञान संकाय में राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) 2018 में देशभर में सर्वोच्च स्थान पाने वाली कल्पना कुमारी राज्य में टॉपर रही हैं।
कल्पना ने 500 में 434 अंक हासिल किए हैं। बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने बुधवार को परीक्षा परिणाम जारी किया। परीक्षा परिणाम जारी करने के बाद बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने संवाददाताओं को बताया कि इस वर्ष विज्ञान संकाय में जहां 44.71 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए हैं, वहीं वाणिज्य संकाय में 91़.32 प्रतिशत और कला संकाय में 61़.32 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं।
ये भी देखें : सीएम कुमारस्वामी को मिली कैबिनेट, 25 मंत्रियों ने ली शपथ
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 11़.52 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया था। उन्होंने बताया कि तीनों संकायों में टॉपर लड़कियां रही हैं।
किशोर ने कहा कि एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए आयोजित राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) 2018 में देशभर में सर्वोच्च स्थान लाने वाली कल्पना ने विज्ञान संकाय में सर्वाच्च स्थान प्राप्त किया है। विज्ञान संकाय में दूसरे स्थान पर सिमुलतला आवासीय विद्यालय के अभिनव आदर्श और रूद्रेश तीसरे स्थान पर रहे।
वाणिज्य संकाय में आऱ डी़ एस़. कॉलेज, मुजफरपुर की निधि 434 अंक लाकर टॉपर रही, जबकि कला संकाय में सिमुलतला विद्यालय की छात्रा कुसुम कुमारी ने 424 अंक लाकर राज्य में सबसे अधिक अंक हासिल किया।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत ज्यादा छात्रों ने परीक्षा में सफलता पाई हैं। पिछले वर्ष इंटर के तीनों संकायों में 32 प्रतिशत ही परीक्षार्थी सफल हो सके थे।
गौरतलब है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा छह फरवरी से 16 फरवरी के बीच आयोजित इंटर की परीक्षा में तीनों संकाय कला, विज्ञान, वाणिज्य के करीब 11़.52 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसके लिए राज्य भर में 1384 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
ये भी देखें : CLAT 2018 : सुप्रीम कोर्ट का मेरिट सूची की घोषणा पर रोक से इंकार
गौरतलब है कि इस वर्ष बीएसईबी ने कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की थी। इस वर्ष प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए गृहकेंद्र की व्यवस्था में बदलाव किया गया था।