TRENDING TAGS :
PM, मंत्री गुजरात में कर रहे प्रचार, नौकरशाहों के हवाले सरकार : कांग्रेस
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम खुद और देश की सरकार गुजरात में है। देश के 130 करोड़ लोगों के लिए नीति संबंधी सारे फैसले नौकरशाहों पर छोड़ दिए गए हैं।
नई दिल्ली : कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी और सभी केंद्रीय मंत्रियों के गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार में जुटे होने पर शनिवार को सवाल खड़े किए साथ ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से शुरू किए गए आक्रमक और उग्र प्रचार पर हैरानी जताई। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, "पीएम और उनके मंत्रियों ने गुजरात में डेरा जमा लिया है और शासन व नीति निर्धारण संबंधी फैसले नौकरशाहों के हवाले कर दिया है।"
शर्मा ने कहा, "पीएम खुद और देश की सरकार गुजरात में है। देश के 130 करोड़ लोगों के लिए नीति संबंधी सारे फैसले नौकरशाहों पर छोड़ दिए गए हैं।" उन्होंने कहा कि बीजेपी की ओर से जिस पैमाने पर चुनाव प्रचार अभियान चलाया जा रहा है, वह 'अभूतपूर्व' है।
शर्मा ने कहा, "बीजेपी ने चुनाव अभियान में ऐसे उग्र प्रचार उपकरणों और संसाधनों का इस्तेमाल किया है, जिनका उपयोग पहले प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के चुनावों में कभी नहीं देखा गया।"
यह भी पढ़ें ... गुजरात : बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे पर प्रचार नहीं करेंगें नीतीश
उन्होंने बीजेपी की अगुआई वाली केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार ने चुनावी घोषणा-पत्र में किए वादे पूरे नहीं किए। इसके साथ ही शर्मा ने लोगों से आग्रह किया कि वे बीजेपी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराएं। उन्होंने लोगों को इस बात के लिए प्रेरित किया कि वे सरकार से बढ़ती बेरोजगारी व विकास की रफ्तार मंद पड़ने को लेकर भी सवाल करें।
आनंद शर्मा ने कहा कि उन्हें इस सरकार पर तरस आ रहा है, जो अपने प्रदर्शन की पुष्टि के लिए विदेशी रेटिंग एजेंसी (मूडीज के संदर्भ में) पर भरोसा करती है और अर्थव्यवस्था के संदर्भ में 'स्थिर' होने का प्रमाण पत्र मिलने पर उत्सव मनाती है।
यह भी पढ़ें ... गुजरात : सरकार बनने से पहले ही राहुल ने दिया 20 लाख युवाओं को रोजगार
उन्होंने कहा कि यही कंपनी है, जिसने एआईजी इंश्योरेंस और अन्य कंपनियों को प्रशंसनीय स्कोर दिया था, लेकिन उसके कुछ समय बाद 2008 की मंदी में सब धड़ाम हो गई थीं।
शर्मा ने कहा कि बीजेपी को अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए प्रचार करने के बजाए लोगों को धोखा देने और उनसे झूठ बोलने के लिए क्षमा-याचना अभियान चलाना चाहिए।
--आईएएनएस