गौरक्षक हिंसा संबंधित अवमानना याचिका पर राज्यों से जवाब तलब

Rishi
Published on: 29 Jan 2018 7:39 PM IST
गौरक्षक हिंसा संबंधित अवमानना याचिका पर राज्यों से जवाब तलब
X

नई दिल्ली : सर्वोच्च न्यायालय ने गौरक्षकों द्वारा की जाने वाली हिंसा पर शीर्ष अदालत के आदेश की अवमानना करने को लेकर महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी की ओर से दायर एक याचिका पर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरयाणा के मुख्य सचिवों को जवाब दाखिल करने का सोमवार को निर्देश दिया। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ ने तुषार गांधी की उस याचिका पर तीनों राज्यों को नोटिस जारी किया, जिसमें उन्होंने गौरक्षकों की हिंसा कम होने के बजाए कई गुना बढ़ने की ओर इशारा किया है।

सर्वोच्च न्यायालय ने छह सितंबर, 2017 को गौरक्षा के नाम पर हत्या को रोकने के आदेश दिए थे और केंद्र/कें द्र शासित प्रदेशों में इस तरह के हमले रोकने और हिंसा करने वालों के खिलाफ जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए थे।

अदालत ने गौरक्षा के नाम पर हमले को 'जायज' नहीं ठहराया था और कहा था कि 'इसके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की जरूरत है।'

ये भी देखें : साबरमती आश्रम में बोले PM मोदी – गौरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं

अदालत ने राज्य सचिवों को पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) के साथ मिलकर इन दलों को पकड़ने के भी आदेश दिए थे।

अदालत ने छह सितंबर को अपने आदेश में कहा था, "जहां तक राजमार्गो पर गश्त लगाने का सवाल है, सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को डीआईजी के साथ मिलकर कदम उठाना चाहिए और मामले की अगली सुनवाई पर शपथ पत्र दाखिल करना चाहिए।"

अदालत ने कहा था कि इस तरह की ज्यादातर घटनाएं राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गो पर हो रही हैं।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story