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सैलरी डे पर नोटबंदी इफेक्ट, बैकों और एटीएम मशीनों के बाहर लगी लंबी कतारें
नई दिल्ली: साल के आखिरी महीने की शुरुआत हो गई है। आज दिसंबर महीने का पहला दिन है और सैलरी डे के चलते बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारें लग गई हैं। हर कोई रुपए निकालने की जद्दोजहद में लगा है। गुरुवार 1 दिसंबर की सुबह से ही बैंकों और एटीएम मशीनों के बाहर लाइनें लगी हैं। नोटबंदी के फैसले के बाद से ये लाइने कम जरूर हुई थीं, लेकिन खत्म नहीं हुईं थी। एक बार फिर भीड़ देखने को मिल रही है।
गौरतलब है कि अधिकतर सरकारी संस्थानों और निजी कंपनियों में दिसंबर के पहले वीक में वेतन मिल जाता है। पेंशन भी 1 से 7 के बीच ही खातों में आ जाती है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग रुपए निकालने के लिए जुट रहे हैं।
आरबीआई ने की ये तैयारियां
बैंकों और एटीएम में कैश की कमी से निपटने के लिए आरबीआई ने खास तैयारी की है। आरबीआई बुधवार शाम से ही बैंकों और एटीएम के लिए 500 के नए नोटों को भेजने की रफ्तार बढ़ा दी थी ताकि 'छुट्टे' का संकट कम हो सके।
7 तारीख तक बढेगा 'कैश फ्लो'
आरबीआई सैलरी आने के बाद कैश की मांग बढ़ने को लेकर सभी बैंकों के साथ मिलकर एक योजना तैयार की है। इसके तहत बैंकों और एटीएम में 7 दिसंबर कर 'कैश फ्लो' बढ़ाया जाएगा। आरबीआई की इस योजना का मकसद खुले के संकट को दूर करना है।
...ताकि आपको न हो दिक्कत
-बुधवार शाम से ही बैंकों में कैश फ्लो बढ़ाई गई थी ताकि लोगों को सैलरी निकालने में दिक्कत न हो।
-आरबीआई 7 दिसंबर तक बैंकों में कैश फ्लो बनाए रखेगा ताकि सैलरी आने के बाद पैसे निकालने में लोगों को दिक्कत न हो।
-जिन ब्रांचों में लोगों के सैलरी और पेंशन अकाउंट हैं वहां बैंककर्मियों की कमी न हो इसके लिए खास तैयारी की जा रही है।
-जिन कर्मियों के पास बैंक अकाउंट नहीं हैं उनके नए खाते खोलने के लिए विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं।
-बैंकों की जिन शाखाओं में सैलरी और पेंशन अकाउंट हैं वहां 20 से 30 फीसदी तक ज्यादा पैसा सप्लाई किया जाएगा।
-सैलरी देने के समय बैंकों में कैश की दिक्कत न हो इसके लिए खास तौर पर ध्यान दिया जाए।
-एक ओर जहां 500 के नए नोटों की छपाई तेजी से की जा रही है, वहीं 2,000 के नोटों की छपाई भी बढ़ेगी।
-कैश सप्लाई 7 दिसंबर तक तेज रहेगी। ताकि बैंकों के सामने पैसे की दिक्कत न हो।
-500 के नए नोटों की सप्लाई बुधवार शाम से बढ़ाई जाएगी ताकि कैश के साथ-साथ खुले का संकट भी दूर हो सके।
-वित्त मंत्रालय के अनुसार 'सैलरी डे' को ध्यान में रखते हुए पिछले दो दिनों से कैश सप्लाई तेज करने पर काम जारी है।
युद्धस्तर पर चल रहा है काम
बीते दो दिनों से आरबीआई की ओर से इस संबंध में युद्धस्तर पर काम जारी है। सैलरी आने के बाद लोग बैंकों और एटीएम से निकासी के लिए बड़ी संख्या में पहुंचेंगे। इसके लिए कैश सप्लाई को तेज किया गया है।