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Mumbai Stampede: मृतकों की संख्या 23, सियासत तेज

Rishi
Published on: 30 Sep 2017 1:29 PM GMT
Mumbai Stampede: मृतकों की संख्या 23, सियासत तेज
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मुंबई : मुंबई के केईएम अस्पताल में शनिवार को एक घायल की मौत के बाद शुक्रवार की भगदड़ में मृतकों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि इलाज के दौरान एक घायल की मौत हो गई। उसकी पहचान सत्येंद्र कनौजिया के रूप में हुई है। अन्य विवरण आने अभी बाकी हैं।

मुंबई के पश्चिम रेलवे में एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे मची भगदड़ में आठ महिलाओं सहित 22 यात्रियों की मौत हो गई और 38 अन्य घायल हो गए।

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यह घटना परेल-एलफिंस्टन स्टेशनों को जोड़ने वाले एक संकरे रेलवे फुटओवर ब्रिज पर अचानक भीड़ बढ़ने और दोनों स्टेशनों पर एक साथ चार ट्रेनें आने की वजह से भीड़ बढ़ने के कारण हुई।

यात्रियों ने शुक्रवार देर रात पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए पुल के पास प्रार्थना की और मोमबत्तियां जलाई, जबकि शनिवार सुबह कई स्थानीय लोगों और यात्रियों ने दुर्घटनास्थल पर फूल और मालाएं चढ़ाई और शोक व्यक्त किया।

इस भगदड़ के बाद, आम जनता और राजनीतिज्ञों की ओर से मुंबई में रोज यात्रा करने वाले 80 लाख से अधिक रेल यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के बदले महंगी बुलेट ट्रेन परियोजना को प्राथमिकताएं दिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही हैं।

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रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को देर रात रेल प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई और पूरे उपनगरीय नेटवर्क पर यात्रियों की सुविधाओं, सुरक्षा को बेहतर बनाने और मजबूत करने के लिए कई घोषणाएं की।

मुंबई, ठाणे, पालघर और रायगढ़ जिलों में फैले पूरे डब्ल्यूआर, सीआर और हार्बर लाइन के पूरे उपनगरीय नेटवर्क पर लगभग 135 स्टेशन हैं। डब्ल्यूआर लाइन पर यह अपने शुरुआती स्टेशन चर्चगेट से 123 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करती है, और सीआर पर अपने शुरुआती स्टेशन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से विभिन्न दिशाओं में 70 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करती है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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