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I-Day : लाल किले में सांपों का पता लगाने के लिए स्पेशल टीम तैनात

राष्ट्रीय राजधानी में इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले में कोई सरीसृप (सांप) न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक पशु कल्याण संगठन से इस पर खास तौर से ध्यान देने के लिए कहा है। पुलिस ने 'वाइल्डलाइफ एसओएस' से सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए उसकी मदद के लिए एक टीम तैनात करने को कहा है। हाल ही में हुई सुरक्षा जांच के दौरान पार्को, लाल किले के निचले और आसपास के इलाकों में कई सांपों और मॉनीटर लिजर्ड (विशाल छिपकलियों) को देखा गया था।

tiwarishalini
Published on: 14 Aug 2017 11:55 PM IST
I-Day : लाल किले में सांपों का पता लगाने के लिए स्पेशल टीम तैनात
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I-Day : लाल किले में सांपों का पता लगाने के लिए स्पेशल टीम तैनात

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले में कोई सरीसृप (सांप) न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक पशु कल्याण संगठन से इस पर खास तौर से ध्यान देने के लिए कहा है। पुलिस ने 'वाइल्डलाइफ एसओएस' से सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए उसकी मदद के लिए एक टीम तैनात करने को कहा है। हाल ही में हुई सुरक्षा जांच के दौरान पार्को, लाल किले के निचले और आसपास के इलाकों में कई सांपों और मॉनीटर लिजर्ड (विशाल छिपकलियों) को देखा गया था।

वाइल्डलाइफ एसओएस के अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया, "लगभग चार से पांच पशु विशेषज्ञों की एक टीम लाल किले के आसपास सुरक्षा कर्मियों की सहायता के लिए तैनात की जाएगी। मुख्य खतरा सांपों और मॉनीटर लिजर्ड से है।"

यदि सरीसृप लाल किले में या आसपास पाए जाते हैं तो उन्हें सार्वजनिक सुरक्षा को देखते हुए सावधानी से स्थानांतरित किया जाएगा और 15 अगस्त के समारोहों के बाद फिर से उनके परिचित वातावरण में उन्हें वापस लाया जाएगा।

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वाइल्डलाइफ एसओएस ने कहा कि टीम पहले से ही सुरक्षा को देखते हुए ऐहतियातन क्षेत्र की जांच कर रही है। मानसून के दौरान, वन्यजीव जैसे सांप, मॉनीटर लिजर्ड, बिलाव कस्तूरी (सिवट), नीलगाय व ऐसे ही अन्य पशु अक्सर दिल्ली में दिखाई देते हैं। हाल ही में, दिल्ली विधानसभा परिसर में एक सांप देखा गया था।

दिल्ली में सांप की लगभग 13 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिसमें दो प्रजातियां कोबरा और करैत ही विषैली हैं। इसके अलावा रॉयल स्नैक, वोल्फ स्नैक, रैट स्नैक, कॉमन सैंड बोआ, रेड सैंड बोआ, कॉमन कुकरी, कैट स्नैक, रॉक पाइथॉन, ब्रॉन्ज बैक ट्री स्नैक, लिथ्स सैंड स्नैक और चेकेर्ड कीलबैक शामिल हैं।

दिल्ली में हर महीने सांप देखे जाने की 200 से 300 घटनाएं होती हैं। जबकि हर साल लगभग 2400 से 3,000 सांपों को शहर में पकड़ा जाता है।

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पूर्व में वाइल्डलाइफ एसओएस द्वारा सांपों को जिन जगहों से पकड़ा गया था, उनमें प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास 7, रेस कोर्स रोड और राष्ट्रपति भवन भी शामिल है।

वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, "हमारा संगठन दिल्ली में इस मुद्दे से निपटने के लिए वन विभाग और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहा है। हमें सांपों के काटने की चिंता है और हम सार्वजनिक सुरक्षा के हित में अपनी टीमों की तैनाती करेंगे।"

उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे सांपों को छेड़े नहीं और इन्हें देखे जाने पर 91-9871963535 पर सूचित करें। वाइल्डलाइफ एसओएस के अधिकारी आपके पास मदद के लिए पहुंच जाएंगे।

--आईएएनएस

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Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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