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कर्जमाफी, उचित दाम को लेकर सड़कों पर किसान, 1500 से ज्यादा ने दी गिरफ्तारी
भोपाल : किसान कर्जमाफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर शुक्रवार को देशव्यापी आह्वान पर मध्यप्रदेश में भी किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को तीन घंटे जाम रखा। आंदोलन में शामिल संगठनों ने पूरे प्रदेश में 1500 से ज्यादा किसानों द्वारा गिरफ्तारी दिए जाने का दावा किया है। इसी दौरान भोपाल में राष्ट्रीय किसान मजूदर संघ के राष्ट्रीय संयोजक शिवकुमार शर्मा उर्फ कक्काजी सहित सात किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
देश के विभिन्न किसान संगठनों ने शुक्रवार को देशभर में राष्ट्रीय राजमार्गो पर तीन घंटे चक्काजाम रखने का ऐलान किया था। इसके तहत किसानों ने राज्य से गुजरने वाले तमाम राष्ट्रीय राजमार्गो पर जाम लगाया। इस आंदोलन को सीटू और अखिल भारतीय किसान सभा का भी समर्थन हासिल था। तीनों संगठनों ने दावा किया है कि प्रदेश में 1500 से ज्यादा किसानों ने गिरफ्तारी दी है।
मिसरौद क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओ,पी) अतीक अहमद ने बताया कि भोपाल से होशंगाबाद जाने वाले मार्ग पर प्रदर्शन कर रहे कक्काजी और उनके छह साथी किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद कक्काजी ने संवाददाताओं से कहा, "सरकार चाहे गिरफ्तार करे, जेल भेजे, मगर किसानों की जुबान बंद नहीं कर सकती। राज्य में किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं और सरकार सिर्फ नौटंकी कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब तक साढ़े छह हजार घोषणाएं कर चुके हैं, मगर किसी एक पर भी अमल नहीं हुआ।"
पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार, दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम रखा गया। इस दौरान हालांकि एंबुलेंस सहित अन्य जरूरी वाहनों की आवाजाही बाधित नहीं की गई। राजमार्ग का सिर्फ एक हिस्सा पूरी तरह बंद रहा, जबकि दूसरे हिस्से से आमजनों के वाहनों को निकलने में सहयोग किया गया।
राष्ट्रीय किसान मजूदर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष त्रिलोक गोठी के अनुसार, राज्य के विभिन्न स्थानों पर किसानों ने गिरफ्तारियां दीं। रीवा में 300, होशंगाबाद के वनखेड़ी में 300 और देवास में 320 किसानों ने गिरफ्तारी दी। अन्य स्थानों से अभी गिरफ्तारी के आंकड़े आना बाकी है। कई स्थानों पर तो पुलिस ने गिरफ्तार करने से ही इनकार कर दिया।
उन्होंने बताया कि सीहोर के नसरुल्लागंज में पुलिस ने किसानों को मंडी से निकलने ही नहीं दिया।
सीटू सदस्य प्रमोद प्रधान के अनुसार, उनके मजदूर साथियों ने प्रदेश के विभिन्न मार्गो पर प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारियां दीं, वहीं अखिल भारतीय किसान सभा के जसविंदर सिंह ने बताया कि ग्वालियर, गोहद, कैलारस, रीवा, सतना, इंदौर में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान इंदौर में 25 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर छोड़ दिया गया।
किसानों के चक्काजाम के मद्देनजर राजमार्गो पर सुबह से ही भारी पुलिसबल की तैनाती की गई थी। किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। पुलिस को कहीं भी बल प्रयोग की जरूरत नहीं पड़ी।