×

वित्त मंत्री के आदेश को रिजर्व बैंक का गर्वनर टाल नहीं सकता : मनमोहन

Rishi
Published on: 7 Nov 2018 12:11 PM IST
वित्त मंत्री के आदेश को रिजर्व बैंक का गर्वनर टाल नहीं सकता : मनमोहन
X

नई दिल्ली : आरबीआई के गवर्नर और वित्त मंत्री अरुण जेटली में पिछले कुछ दिनों से चली आ रही खींचतान देश और दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसके बीच पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी चर्चा में आ गए हैं। कैसे ये हम बताते हैं..

मनमोहन ने अपनी बेटी दमन सिंह की बुक 'स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन गुरुशरण' में कहा था कि वित्त मंत्री का दर्जा हमेशा ही रिजर्व बैंक के गवर्नर से ऊपर होता है।

ये भी देखें : RBI और सरकार के बीच ठनी, इस्तीफा दे सकते हैं उर्जित पटेल!

ये भी देखें :PM मोदी ने किया बाबा केदारनाथ का किया भव्य दर्शन,जवानों के साथ मनायी दिवाली

ये भी देखें :साध्वी प्राची का बड़ा बयान- कहा,सरकार अध्यादेश लाकर बनाये राम मंदिर,तब नकली ब्राह्मणों का पता चलेगा

'स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन गुरुशरण' वर्ष 2014 में प्रकाशित हुई थी।

'स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन गुरुशरण' में पूर्व पीएम के हवाले से लिखा गया है कि, यह हमेशा ही गिव ऐंड टेक वाला रिश्ता रहता है और मुझे कोई भी निर्णय लेने से पहले सरकार को विश्वास में लेना होता था। रिजर्व बैंक का गर्वनर वित्त मंत्री से ऊपर नहीं हो सकता है। वित्त मंत्री के आदेश को रिजर्व बैंक का गर्वनर टाल नहीं सकता। यदि गर्वनर का मन नौकरी गंवाने का हो, तो वह ऐसा कर सकता है।

स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन गुरुशरण में और क्या लिखा है पूर्व पीएम के हवाले से

1983 में इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान मनमोहन सिंह रिजर्व बैंक के गवर्नर थे। उस दौरान रिजर्व बैंक की स्वायत्तता बैंकों को लाइसेंस देने के संबंध में प्रभावित होने की आशंका से मनमोहन ने इस्तीफा देने के बारे में भी सोचा था।

मनमोहन ने कहा कि आरबीआई तब तक कुछ नहीं कर सकता है जब तक कि उसे राजनीतिक मामलों की मंत्रीमंडलीय समिति की स्वीकृति के बार एमें बताया ना जाए।

मोदी सरकार के लिए राहत बने मनमोहन

'स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन गुरुशरण' में मनमोहन के हवाले से जो लिखा गया है वो वर्तमान में आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल और वित्त मंत्री अरुण जेटली के मामले में सरकार के लिए राहत देने वाला है इसके आधार पार सरकार कड़े निर्णय ले सकती है।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story