×

GST बैठक के बाद आम लोगों के जरूरत की ये चीजें हुई सस्ती, देखें पूरी लिस्ट

aman
By aman
Published on: 7 Oct 2017 3:53 AM IST
GST बैठक के बाद आम लोगों के जरूरत की ये चीजें हुई सस्ती, देखें पूरी लिस्ट
X

नई दिल्ली: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन को लेकर तीव्र आलोचनाओं का सामना कर रही सरकार ने कारोबारियों, निर्यातकों और छोटे कारोबारियों की चिंताएं दूर करने का हरसंभव प्रयास किया है। इसके तहत सरकार ने आम उपभोग की 27 वस्तुओं की दरें घटा दी हैं। इनमें दैनिक इस्तेमाल की वस्तुओं के अलावा स्टेशनरी, डीजल इंजन के पुर्जों आदि तक हैं।

सरकार ने आम उपभोग की 27 वस्तुओं की दरें घटा दी, जिसमें रोटी, खाखरा, नमकीन, स्टेशनरी, मानव निर्मित धागे शामिल हैं, और इनमें से अधिकांश को पांच प्रतिशत कर की श्रेणी में लाया गया है। दैनिक इस्तेमाल की वस्तुओं में जरी का काम, गैरब्रांडेड आयुर्वेदिक दवा, सूखा आम, ई-कचरा, प्लास्टिक और रबर कचरा पर कर घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया गया है। स्टेशनरी वस्तुओं, डीजल इंजन पुर्जे, पंप पुर्जे, संगमरमर और ग्रेनाइट को छोड़कर फर्श के बाकी पत्थर पर कर को घटाकर 18 प्रतिशत की श्रेणी में रखा गया है। आइए जानते हैं बैठक के बाद अब क्या-क्या सस्ता हुआ।

ये भी पढ़ें ...GST: छोटे कारोबारियों, उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, हर महीने रिटर्न भरने से छूट

12 से 5 फीसद की गई वस्तुएं:

नमकीन, आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्ध, होमियोपैथी दवाइयां, पेपर वेस्ट या स्क्रैप, रियल जरी।

18 से 5 प्रतिशत की गई वस्तुएं:

गरीबों के निर्मित भोजन, प्लास्टिक वेस्ट, रबर वेस्ट, पेरिंग, कांच के स्क्रैप, लकड़ी का कोयला

ये भी पढ़ें ...GST: एक देश-एक टैक्स-एक बाजार, बदल गया व्यापार का तरीका

18 प्रतिशत से 12 फीसद की गई वस्तुएं:

कपड़ा, नाइलोन, पॉलिस्टर, विस्कोस, रेयॉन, सिलाई के मानव निर्मित धागे, स्टैपल फाइबर।

28 से 5 फीसद की गई वस्तुएं:

ई-वेस्ट

28 से 18 फीसद की गई वस्तुएं:

वॉटर पंप, डीजल इंजन के पॉर्ट्स, बेयरिंग, स्टेशनरी के सामान, ग्रेनाइट और मार्बल को छोड़कर फर्श में इस्तेमाल होने वाले पत्थर, पोस्टर कलर, बच्चों के मनोरंजक के सामान।



aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story