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Drama बना RS Election: EC पहुंचा विवाद, BJP-CONG आमने-सामने
गांधीनगर : गुजरात में मंगलवार को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए हुए चुनाव की मतगणना रोक दी गई है। कांग्रेस ने अपने दो विधायकों द्वारा विरोधी गुट के प्रत्याशी को मत देने और अपने मतपत्र प्रदर्शित करने को लेकर उनके वोट अवैध करार दिए जाने की मांग करते हुए मतगणना रोकने की मांग उठाई।
गुजरात में राज्यसभा सीट के लिए हुए चुनाव को लेकर कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि चुनाव अधिकारी को कांग्रेस द्वारा दो विधायकों के मतों पर उठाए गए सवालों पर फैसला लेने का पूरा अधिकार हासिल है।
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कानून मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने निर्वाचन आयोग के साथ पार्टी नेताओं की दूसरी मुलाकात के बाद कहा, "यह सब क्या है? कांग्रेस कह रही है कि निर्वाचन अधिकारी को कोई शक्ति हासिल नहीं है, पर्यवेक्षकों को कोई शक्ति हासिल नहीं है। हम इसकी निंदा करते हैं। उनका घर ढह रहा है। वे मुद्दे उठा रहे हैं, क्योंकि अपनी हार देख रहे हैं।"
रविशंकर कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम की इस बात का जवाब दे रहे थे कि निर्वाचन अधिकारी महज एक अधिकारी है, विवादित मतों को लेकर की गई शिकायत पर फैसला लेने का अधिकार संविधान के प्रावधानों में केवल निर्वाचन आयोग को हासिल है।
रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस 'पूर्व के मामलों की गलत व्याख्या कर भ्रम फैला रही है।'
कानून मंत्री ने कहा, "हम भ्रम की समाप्ति चाहते हैं। चुनाव खत्म हो चुका है। निर्वाचन आयोग में हमारी पूरी आस्था है। मतों की गणना अविलंब शुरू होनी चाहिए।"
कांग्रेस के दो बागी विधायकों -राघवजी पटेल और भोलाभाई पटेल- ने मतदान के बाद अपने मतपत्र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निर्वाचन एजेंट और साथी विधायक को दिखाया, जिसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने चुनौती दी है।
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मतदान के बाद कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल और अर्जुन मोढवडिया और कांग्रेस तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्षों ने मतदान का वीडियो देखा। घटना की एक रिपोर्ट दिल्ली में निर्वाचन आयोग को भेज दी गई है।
आयोग ने हालांकि अब तक कोई फैसला नहीं दिया है।