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कभी तीन तलाक को दी थी 'सुप्रीम चुनौती', अब बीजेपी में हुईं शामिल
कोलकाता: तीन तलाक के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली इशरत जहां बीजेपी में शामिल हो गई हैं। बता दें, कि इशरत जहां तीन तलाक के खिलाफ उन पांच याचिकाकर्ताओं में से एक हैं जिन्होंने याचिकाएं दाखिल की थी। इशरत के पति ने साल 2014 में दुबई से फोन पर उन्हें तीन तलाक दिया था। इशरत शनिवार (30 दिसंबर) को पश्चिम बंगाल बीजेपी में शामिल हो गईं।
बीजेपी में शामिल होने के बाद इशरत ने कहा, कि 'इस पार्टी में शामिल होकर उन्हें अच्छा लग रहा है।' इस दौरान उन्होंने तीन तलाक पर कानून बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया।
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आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं ममता
पश्चिम बंगाल महिला मोर्चा की अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी ने इशरत जहां को मिठाई खिलाकर पार्टी में शामिल किया। इससे पहले इशरत ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। चटर्जी ने आगे कहा, कि 'इशरत जहां आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं। इसलिए वह केंद्र सरकार से गुजारिश करेंगी कि उन्हें नौकरी दी जाए।' चटर्जी ने आरोप लगाया, कि राज्य की ममता बनर्जी सरकार ने उन्हें किसी प्रकार की मदद नहीं दी।
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सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को अमान्य करार दिया
गौरतलब है, कि तीन तलाक को गैर कानूनी और मुस्लिम महिलाओं के सम्मानपूर्वक जीवन जीने के अधिकार का उल्लंघन बताते हुए पश्चिम बंगाल के हावड़ा की रहने वाली इशरत जहां ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यों की संविधान बेंच ने 22 अगस्त 2017 को अपना फैसला सुनाया था। इस फैसले में तीन तलाक को अमान्य करार दिया गया था।
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कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक-2017 लोकसभा में पेश कर बिना किसी संशोधन के पास करवा लिया। अब राज्यसभा में इस पर बहस होनी है। वहां से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा, उनके दस्तखत के बाद यह कानून बन जाएगा।
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