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जेडीयू ने दिखाए तेवर, कहा- बीजेपी अकेले लड़ ले बिहार में अगला लोकसभा चुनाव

Manali Rastogi
Published on: 25 Jun 2018 12:52 PM IST
जेडीयू ने दिखाए तेवर, कहा- बीजेपी अकेले लड़ ले बिहार में अगला लोकसभा चुनाव
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पटना: बीजेपी का सहयोगी दलों के साथ सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। महाराष्ट्र में शिवसेना ने अगल चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी हे तो बिहार में जेडीयू ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं और कहा है कि अभी 2014 वाले हालात नहीं हैं। बीजेपी चाहे तो अगला लोकसभा चुनाव अकेले सभी 40 सीटों पर लड़ सकती है।

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एनडीए घटक दलों में खींचतान के बीच बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार चला रहे नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने कह दिया है नरेंद्र मोदी उनके समर्थन के बिना लोकसभा चुनाव में जीत नहीं पाएंगे। बीजेपी चाहे तो राज्य की सभी 40 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ ले।

बिहार में सीटों के बंटवारे पर दोनों पार्टियों में रस्साकशी चल रही

बिहार में सीटों के बंटवारे पर दोनों पार्टियों में रस्साकशी चल रही है। जेडीयू नेता संजय सिंह ने कहा कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुत फर्क है और बीजेपी को पता है कि नीतीश कुमार के बिना उनकी जीत आसान नहीं होगी।

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सीटों के बंटवारे को लेकर जेडीयू और बीजेपी के बीच बात बनती दिख नहीं रही है। जेडीयू 25 सीटों की मांग कर रही है, तो बीजेपी 22 सीटों से कम पर लड़ने को राजी नहीं है क्योंकि लोकसभा के पिछले चुनाव में बीजेपी ने 22 सीटें जीती थीं। दूसरी ओर जेडीयू को 2 सीट मिली थी।

व्यापक समझौते की उम्मीद लगाए हुए जेडीयू

बावजूद इसके जेडीयू एनडीए के घटक दलों के बीच व्यापक समझौते की उम्मीद लगाए हुए है, ताकि 2019 के लोकसभा और 2020 में बिहार के विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्येक पार्टी की सीटों की हिस्सेदारी निर्धारित हो सके। नेताओं के हाव-भाव और बयानों से असहमति सार्वजनिक होने लगी हैं और जेडीयू नेता ने अपने बयान से साफ कर दिया है कि वह इस मसले पर कमजोर पड़ने वाली नहीं है।

संजय सिंह ने तो यहां तक कहा कि अगर बीजेपी को जेडीयू से गठबंधन की जरूरत न हो तो वह सभी 40 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ सकती है। बीजेपी पिछले लोकसभा चुनावों के परिणाम के आधार पर ही समझौता करना चाहती है जबकि इस आधार को जेडीयू गलत मान रही है। जेडीयू का कहना है कि 2019 को 2014 न समझा जाए। उप-चुनावों के नतीजे बताते हैं कि सार्वजनिक मनोदशा में बदलाव आया है।

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