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दोस्ती में कुश्ती! लालू को उम्मीद 2019 में साथ होंगे नीतीश, कहा- उनके इस फैसले से गया गलत संदेश
लखनऊ: राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने के साथ ही महागठबंधन के अलावा नीतीश कुमार और लालू के बीच की दरार भी गहरी होती दिख रही है। लालू यादव ने साफ-साफ कहा, कि 'नीतीश के इस फैसले से गलत संदेश जाएगा, वे नीतीश से इस बारे में जरूर पूछेंगे। लालू यादव ने ये बातें एक खबरिया चैनल से बातचीत में कही।
लालू यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, कि 'नीतीश कुमार तो 'संघ मुक्त' भारत की बात करते थे। बिहार में हम फासिस्ट ताकतों के खिलाफ साथ मिलकर जीते थे। उम्मीद है नीतीश 2019 के चुनाव में भी हमारे साथ ही होंगे।' नीतीश द्वारा कोविंद को समर्थन दिए जाने पर गुरुवार को लालू यादव ने कहा था कि 'खुद नीतीश कुमार संघ मुक्त भारत की बात किया करते थे, लेकिन आज खुद एनडीए के साथ खड़े हैं यह उनकी समझ से परे है। हालांकि, इस दौरान उन्होंने कहा था कि वो इस पर एक बार पुनर्विचार करें।'
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नहीं लगता कि नीतीश एनडीए के साथ जाएंगे
राजद सुप्रीमो लालू यादव का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि वह आने वाले दिनों में एनडीए के साथ जाएंगे। उन्होंने इसे नीतीश का निजी निर्णय बताते हुए कहा कि वो केवल एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं।
यह उनकी ऐतिहासिक भूल है
बिहार सरकार में जेडीयू की सहयोगी पार्टी के प्रमुख लालू यादव ने कहा, 'इसमें ज्यादा कुछ पढ़ना-सोचना नहीं चाहिए।' लेकिन लालू ने कहा, 'नीतीश कुमार के निर्णय से वह खुद हैरान हैं कि ऐसा उन्होंने क्यों किया। यह उनकी ऐतिहासिक भूल है।'
'मीरा कुमार को जितवाना चाहिए'
राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर लालू का कहना है, कि मीरा कुमार दलित की बेटी हैं। वो बाबू जगजीवन राम की बेटी हैं। इसलिए सभी दलों से वह अपील करते हैं, कि उनको वोट देकर जितवाना चाहिए। लालू ने उम्मीद जताई कि एनडीए के कुछ समर्थक दल भी उन्हें समर्थन देंगे।