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दिल्ली-एनसीआर में कम शोर वाली और कम विषैली दिवाली की उम्मीद
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने के बाद इस साल दिवाली के कम शोर वाली और कम विषैली होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने के बाद इस साल दिवाली के कम शोर वाली और कम विषैली होने की उम्मीद है। हालांकि कुछ लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने होम डिलिवरी और ऑनलाइन खरीदारी के जरिए पटाखे खरीदे हैं और वे इसे चलाएंगे। वहीं, कई ऐसे लोग हैं जो राजधानी के वायु प्रदूषण के स्तर को बढ़ाए बिना त्योहार मनाने के संदेश पर अमल करने के लिए तत्पर दिख रहे हैं।
कई पटाखा प्रेमियों ने आईएएनएस को बताया कि हालांकि उन्हें कठिनाई हुई, लेकिन पटाखा खरीदने में वे सफल रहे। वहीं, एक व्यापारी ने अदालती आदेश का हवाला देते हुए पटाखा बेचने से इनकार करते हुए कहा कि आप 1 नवंबर या उसके बाद पटाखा खरीदने आ सकते हैं क्योंकि उससे पहले इस पर रोक है।
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जामा मस्जिद के निकट पटाखा बेचनेवाले अमित (42) ने बताया कि कई लोग उनके पास आ रहे हैं। लेकिन, वह उन्हें अगले महीने आने को कह रहे हैं। उन्होंने कहा, "बच्चों को समझाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन मां-बाप किसी तरह बच्चों को समझा रहे हैं।"
अमित ने कहा कि उनका परिवार इस साल पिछले साल के बचे हुए पटाखे ही इस्तेमाल करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली के दौरान प्रदूषण के स्तर को बढ़ने से रोकने के लिए 9 अक्टूबर को दिल्ली और एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी, जो 1 नवंबर तक लागू रहेगी।
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दिल्ली पुलिस ने बताया कि अब तक राजधानी में 1,200 किलो पटाखे जब्त किए जा चुके हैं तथा अवैध रूप से पटाखा बेचने में 29 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पिछले साल दीवाली के अवसर पर दिल्ली के कई इलाकों में पीएम 2.5 का स्तर बढ़कर 1,238 तक पहुंच गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने पीएम 2.5 सालाना औसत स्तर 10 से नीचे रखने की सिफारिश की है। इसका स्तर 35 से ज्यादा होने पर मृत्यु दर का जोखिम 15 फीसदी बढ़ जाता है। दिल्ली में इसका सालाना औसत 122 है।
--आईएएनएस