मुंबई बिल्डिंग हादसे में मृतकों की संख्या 17, हिरासत में लिया गया शिवसेना नेता

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Published on: 26 July 2017 3:36 AM GMT
मुंबई बिल्डिंग हादसे में मृतकों की संख्या 17, हिरासत में लिया गया शिवसेना नेता
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मुंबई: मुंबई के घाटकोपर उपनगरीय इलाके में एक जर्जर चार मंजिला आवासीय इमारत के ढहने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में पांच महिलाएं तथा तीन महीने की एक बच्ची भी शामिल है। दामोदार पार्क में ध्वस्त हुए साईं दर्शन इमारत के मलबे से 19 लोगों को जिंदा निकाला गया। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

शुरुआती जांच में हादसे की वजह गैर कानूनी कंस्ट्रक्शन बताया जा रहा है। बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर बने नर्सिंग होम के ओनर शिवसेना नेता सुनिल सितप को दूसरे की जान खतरे में डालने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। तो वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि करीब 35 साल पुरानी साईंदर्शन बिल्डिंग काफी जर्जर हो चुकी थी।

माना जा रहा है कि इमारत में लगभग 12 परिवार रह रहे थे, जिसके निचले तल पर एक निजी नर्सिंग होम का भी संचालन हो रहा था।

चश्मदीदों के मुताबिक, सुबह 10.43 बजे के आस-पास इमारत अचानक ढह गई और धूल के गुबार के बीच उन्होंने कराहने व मदद के लिए चिल्लाने की आवाजें सुनीं।

मुंबई अग्निशमन विभाग, बीएमसी बचाव दल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) 14 दमकलों, बचाव वाहनों, एंबुलेंस, जेसीबी तथा मेटल कटर के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।

यह इमारत बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के खतरनाक इमारकों की सूची में शामिल थी और छह महीने पहले ही उसे खाली करने का नोटिस जारी किया गया था।

बीएमसी आपदा नियंत्रण के मुताबिक, बचाए गए लोगों में से 11 को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में दो दमकलकर्मी हैं। बाकी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

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दिल्ली में मौजूद प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच का आदेश दिया है और निगम आयुक्त अजय मेहता से 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

राहत व बचाव कार्यो की निगरानी के लिए राज्य आवास मंत्री प्रकाश मेहता, निगम आयुक्त अजय मेहता, महापौर विश्वनाथ महादेश्वर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा पूर्व मंत्री एम. नसीम खान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शहर के अध्यक्ष सचिन अहिर, स्थानीय विधायक तथा निगम पार्षद व अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।

इस सवाल के जवाब में कि नर्सिग होम शिवसेना के एक स्थानीय नेता द्वारा चलाया जा रहा था और अवैध मरम्मत कार्य किया जा रहा था, मेहता ने आश्वस्त किया कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

मृतकों की पहचान तीन माह की बच्ची रेणुका ललित ठाक, उसकी मां अमृता ठाक, सुलक्षणा खानचंदानी (80) तथा उनके रिश्तेदार किशोर खानचंदानी (50), मिकुल खानचंदानी (30), रंजना शाह (62), दिव्या पी.अजमेरा (48), पंधारीनाथ डोंगरे (75) तथा उनकी रिश्तेदार मनोरमा डोंगरे (70), कृष्णा डोंगरे (13) और 85 वर्षीय मनसुख गज्जर के रूप में हुई है।

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