TRENDING TAGS :
नसीम जैदी बोले- भारत में अनिवार्य मतदान का विचार व्यावहारिक नहीं
मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने शनिवार को कहा कि भारत में मतदाताओं की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में चुनाव सुधार के लिए अनिवार्य मतदान व्यवस्था व्यावहारिक नहीं है।
नई दिल्ली: मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने शनिवार को कहा कि भारत में मतदाताओं की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में चुनाव सुधार के लिए अनिवार्य मतदान व्यवस्था व्यावहारिक नहीं है।
यह भी पढ़ें ... EC का एलान- 17 जुलाई को होगा राष्ट्रपति चुनाव, 20 जुलाई को होगी मतगणना
फेसबुक के पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास से शनिवार को एक साक्षात्कार के दौरान जैदी ने कहा, "भारत उन कुछ देशों में है, जहां वास्तव में मतदान में इजाफा हो रहा है। अनिवार्य मतदान प्रणाली से मतदाताओं की संख्या बढ़ाने में मदद मिल सकती है, लेकिन अपनी आबादी के कारण भारत के लिए यह प्रणाली व्यवहार्य नहीं है।"
यह भी पढ़ें ... EC का ऐलान: 5 अगस्त को होगा देश के अगले उपराष्ट्रपति का चुनाव
उन्होंने कहा, "अनिवार्य मतदान मॉडल छोटे देशों में सफल है। वे इसका प्रबंधन कर सकते हैं, क्योंकि मतदाताओं की संख्या कम होती है, लेकिन जब इस प्रणाली को भारत में लागू किया जाएगा, तो अपनी विशाल आबादी के कारण यह देश के लिए व्यवहार्य नहीं होगा।"
जैदी ने कहा कि निर्वाचन आयोग लोगों पर दबाव नहीं डाल सकता। उन्होंने कहा, "संवैधानिक तौर पर मतदान करना या न करना लोगों की अपनी मर्जी पर निर्भर है।"
यह भी पढ़ें ... EVM चैलेंज: CPM-NCP ने नहीं लिया हिस्सा, कहा- कार्यप्रणाली समझने आए, शंकाएं दूर
इसका उल्लेख करते हुए कि साल 2014 में हुए चुनाव में 85 करोड़ लोगों में से 55 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया, उन्होंने कहा कि अगर मतदान करना अनिवार्य होता तो हमें 30 करोड़ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ती।
निर्वाचन आयुक्त ने कहा, "30 करोड़ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना संभव नहीं है। इसलिए मतदान अनिवार्य करने के बदले मतदाता को शिक्षित करना सही तरीका है।"
यह भी पढ़ें ... ‘आप’ भी ना! EVM पर केजरीवाल की पार्टी ने शुरू किया नया ढोंग
उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले देश में मतदान कम होता था और तब निर्वाचन आयोग ने सिस्टमेटिक वोटर एजुकेशन एलेक्टोरल पार्टिसिपेशन (एसवीईईपी) प्रोग्राम शुरू किया।
चुनाव आयुक्त ने कहा, "देश में मतदान बढ़ाने में एसवीईईपी का बड़ा योगदान है। इसके तहत हम मतदाताओं के पंजीकरण तथा मतदाताओं की भागीदारी पर ध्यान केंद्रित करते हैं।"
यह भी पढ़ें ... बोली मीरा : राष्ट्रपति चुनाव में अंतरात्मा से मतदान करें, इतिहास रचने का मौका
उन्होंने कहा, "इस कार्यक्रम के तहत हम मतदाताओं के रुख की जानकारी के लिए सर्वे करते हैं। उसके बाद सर्वे के मापदंडों के आधार पर खास उपाय करते हैं।"
--आईएएनएस