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मन की बात: PM मोदी ने छात्रों को दिया संदेश, कहा-'प्लेजर' लीजिए, 'प्रेशर' नहीं

इससे पहले चुनाव आयोग ने पीएम के मन की बात कार्यक्रम पर रोक लगाई थी। लेकिन चुनाव आयोग ने पीएम मोदी के इस रेडियो कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है।

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Published on: 29 Jan 2017 3:38 AM GMT
मन की बात: PM मोदी ने छात्रों को दिया संदेश, कहा-प्लेजर लीजिए, प्रेशर नहीं
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नई दिल्लीः पीएम नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा देश के लोगों को अपने अधिकार और कर्तव्यों को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, इस पर जितनी बात हो वो देश के लिए अच्छा है। पीएम मोदी ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले सैन्यकर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी। 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। हम सुबह 11 बजे दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दें।

पीएम मोदी ने युवाओं से हाल के दिनों में हिमस्खलन में शहीद जवानों की जानकारियां सोशल साइट पर शेयर करने की बात की। ताकि आम तक उनकी वीरगाथाओं को बतलाया जा सके।

विफलता से घबराएं नहीं

10वीं और 12वीं के बच्चों के माता-पिता से पीएम मोदी ने कहा, कि परीक्षा के दिनों को 'उत्सव' की तरह मनाएं। परीक्षा को त्योहार की तरह भी मनाया जा सकता है। इससे 'प्लेजर' लीजिए, 'प्रेशर' नहीं। पीएम मोदी ने छात्रों को विफलता से घबराने नहीं बल्कि दोगुनी मेहनत से उस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ने की बात कही। उन्होंने कहा, बोर्ड परीक्षाओं के दौरान पूरे घर-मोहल्ले में डर और तनाव का माहौल होता है इसे ख़त्म करने की जरुरत है।

डॉ. कलम का दिया उदाहरण

पीएम ने पूर्व राष्ट्रपति कलम का उदाहरण देते हुए कहा, 'वो भी कई बार असफल हुए लेकिन लगातार प्रयास के बाद सफलता पाई। और वो देश के इतने बड़े वैज्ञानिक बने और राष्ट्रपति के पद तक को सुशोभित किया।'

आगे की स्लाइड में पढ़ें 'मन की बात' में पीएम मोदी ने और क्या कहा ...

'ज्ञान पर फोकस करोगे तो ज्यादा जानकारी जुटाओगे'

पीएम मोदी ने छात्रों से कहा, 'यदि सिर्फ मार्क्स पर फोकस करेंगे, तो सिलेक्टेड चीजों को पढेंगे। लेकिन यदि ज्ञान पर फोकस करोगे तो ज्यादा जानकारी जुटाओगे'। उन्होंने कहा, इसलिए परीक्षा और अंक आपके जीवन में सीमित महत्व रखते हैं। इसे सब कुछ मत समझिए।

प्रतिस्पर्धा जीवन में निराशा पैदा करती है

पीएम मोदी ने परीक्षार्थियों से कहा, 'प्रतिस्पर्धा जीवन में निराशा पैदा करती है। लेकिन अनुस्पर्धा में किसी बाहरी एनर्जी की जरूरत नहीं पड़ती है।' पीएम ने सचिन तेंडुलकर का उदाहरण देकर छात्रों को खुद से स्पर्धा करने को कहा। उन्होंने कहा जैसे सचिन ने 20 सालों तक अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा और नए कीर्तिमान बनाए। ये आसन नहीं होता है। लेकिन छात्र इससे सीख ले सकते हैं।

स्वीकार करिए, सिखाइए और समय दीजिए

पीएम मोदी ने अभिभावकों से तीन चीजों पर ध्यान देने को कहा- स्वीकार करिए, सिखाइए और समय दीजिए। उन्होंने कहा, 'हम बच्चों के स्कूल बैग के भार की बात करते हैं लेकिन कभी-कभी अभिभावकों की अपेक्षाएं इससे भी ज्यादा भारी हो जाती हैं। इसलिए अभिभावक खुदे से भी उस भार को कम करें और वो समय बच्चों के बेहतरी पर सोचने में दें।

मेहनत से नतीजे बेहतर आयेंगे

पीएम मोदी ने परीक्षार्थियों से कहा, 'हम नकल करने में जितना वक्त और क्रिएटिविटी लगाते हैं, यदि उतना तैयारी में करें तो नतीजे बेहतर होंगे। इसलिए हमें मेहनत पर बल देना चाहिए।' उन्होंने कहा, तनाव में हों तो गहरी सांस लीजिए। महसूस कीजियेगा आपको बहुत आराम मिलेगा। पीएम ने कहा, परीक्षार्थियों के लिए तीन चीजें बहुत जरूरी हैं- आराम, नींद और फिजिकल ऐक्टिविटी।

किताबों के बाहर भी एक जिंदगी होती है

पीएम मोदी ने कहा, 'सर्वांगीण विकास करना है, तो किताबों के बाहर भी एक जिंदगी होती है और वो बहुत विशाल होती है। अपने संकल्प को याद करते हुए, अपने पर विश्वास रखते हुए, परीक्षा के लिए जाइए, मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं। उन्होंने कहा हर कसौटी से पार उतरने के लिए कसौटी को उत्सव बना दीजिए। फिर कभी कसौटी, कसौटी ही नहीं रहेगी। इस मंत्र को लेकर आगे बढ़ें।'

इंडियन कोस्टगार्ड को सलाम

पीएम मोदी ने कहा, 1 फरवरी को इंडियन कोस्टगार्ड का 40वां साल है। मैं देश की सेवा के लिए उनके प्रयासों को सलाम करता हूं। उन्होंने कहा, 'पिछले साल हमारे तटरक्षकों ने समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए ही नहीं बल्कि सफाई के लिए भी काम किया। मैं उन्हें बधाई देता हूं।'

वसंत पंचमी की दी बधाई

पीएम मोदी ने कहा 1 फरवरी को वसंत पंचमी है। इस दिन हम विद्या की देवी सरस्वती की पूजा करते हैं। यह वीरों के लिए भी प्रेरणा का दिन है। उन्होंने 'मेरा रंग दे बसंती चोला ..' में भी बासंती रंग की चर्चा की।

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