TRENDING TAGS :
PM मोदी बने 'टाइम पर्सन ऑफ द ईयर', ओबामा, ट्रंप जैसी कई हस्तियों को पछाड़ा
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी 'टाइम पर्सन ऑफ द ईयर' के ऑनलाइन रीडर्स पोल में सबसे आगे रहे हैं। इस दौर में पीएम मोदी ने दुनियाभर के कई नेताओं, कलाकारों सहित अन्य हस्तियों को पछाड़ा है। अंतिम फैसला मैगजीन के एडिटर्स करेंगे। इसका एलान सात दिसंबर को किया जाएगा। बीते साल जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने ये जगह हासिल की थी।
ओबामा, ट्रंप, असांजे रहे दूसरे स्थान पर
रविवार देर रात समाप्त हुई वोटिंग में 18 प्रतिशत लोगों ने मोदी के पक्ष में वोट डाला। उनके बाद दूसरे नंबर पर बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप और विकीलीक्स के जूलियन असांजे संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर रहे। इन तीनों को सात-सात प्रतिशत वोट मिले। इन तीनों को सात-सात फीसदी लोगों ने 'हां' में वोट डाले।
इस दौर में शामिल थे कई दिग्गज
हिलेरी क्लिंटन को चार और मार्क जकरबर्ग को दो प्रतिशत लोगों ने हां कहा। पोल कराने वाले एपस्टर के अनुसार वोटिंग के दौरान वरीयता देने में अंतर देखने को मिला है। मोदी को भारत के साथ अमेरिका के कैलिफॉर्निया और न्यूजर्सी से वोट मिले हैं। गौरतलब है कि इस दौर में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, अमेरिका की जिम्नास्ट साइमन बाइल्स, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और गायिका बेयोंसे नोल्स भी शामिल थे।
इनके अलावा इस बार इस रेस में एफबीआई के प्रमुख जेम्स कोमी, एप्पल के सीईओ टिम कुक, अमेरिकी सैनिक हुमायूं खान के माता-पिता खिज्र और गजाला खान, उत्तरी कोरिया के नेता किम जोंग उन, ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल थे।
आगे की स्लाइड में पढ़ें किन फैसलों के कारण पीएम मोदी चुने गए ...
इन फैसलों ने मोदी को बनाया लोकप्रिय
टाइम्स मैगजीन के अनुसार भारतीय पीएम के हाल के दिनों में नोटबंदी के फैसले और पेरिस क्लाइमेट समझौते पर दस्तखत ने उनका कद बढ़ाया है। इन फैसलों से पीएम मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है। मैगजीन का कहना है कि 'ऐसे व्यक्ति या व्यक्तियों को चुना जाएगा, जिन्होंने हमारी जीवन को सही या गलत रूप से प्रभावित किया है और वे उससे जुड़े हुए हैं जो इस साल हमारे लिए अहम था।'
बीते सालों इन्हें मिला था ये सम्मान
उल्लेखनीय है कि इससे पहले साल 2010 में फेसबुक के सह संस्थापक मार्क जकरबर्ग, 2011 में दुनियाभर में हुए प्रदर्शनों में शामिल हुए लोगों को, 2012 में बराक ओबामा, 2013 में पोप फ्रांसिस, 2014 में इबोला बीमारी से लड़ने वाले लोग और 2015 में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को चुना गया था।
टाइम्स 1927 से चुनती है शख्सियत
पीएम मोदी साल 2014 और 2015 में भी इस रेस में थे। साल 2014 में तो वे दूसरे पायदान पर रहे थे। टाइम पत्रिका 1927 के बाद से उस पर्सनालिटी को 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुनती आई है जिसने सालभर में बेहतरी या बदतरी के लिए खबरों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया।