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प्रद्युम्न मर्डर केस: पीड़ित पक्ष- आरोपी छात्र को माना जाए वयस्क, मिले फांसी
नई दिल्ली: गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस में सीबीआई की रिपोर्ट से इस पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस की थ्योरी के उलट सीबीआई ने कहा है, कि स्कूल के एक 11वीं के छात्र ने प्रद्युम्न की हत्या की थी। सीबीआई की रिपोर्ट पर प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने मांग की है, कि इस मामले में झूठी कहानी गढ़ने वाले और लीपापोती करने वाले स्कूल प्रशासन और पुलिस के सभी लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रदयुम्न के पिता के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके वकील सुशील टेकरीवाल ने कहा, कि 'इस केस की जल्दी सुनवाई होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने मांग की, कि आरोपी छात्र को वयस्क माना जाए और उसे फांसी की सजा दी जाए।' उन्होंने स्कूल प्रशासन को ज्यादा ज़िम्मेदार बताते हुए उनकी भूमिका की भी गहराई से जांच की मांग की। साथ ही उन्होंने ये भी कहा, कि 'इस बात का पता लगाया जाए कि अशोक को किसने खड़ा किया। साथ ही सबूत क्यों और कैसे मिटाए गए?
11वीं का छात्र हिरासत में
मामले की जांच कर रही सीबीआई ने स्कूल के ही 11वीं के एक छात्र (16 वर्ष) को हिरासत में लिया है। छात्र से पूछताछ जारी है। एक खबरिया चैनल अनुसार, सीबीआई सूत्रों कि आरोपी छात्र ने परीक्षा और पैरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) की वजह से इस वारदात को अंजाम दिया है। इस छात्र को तीन दिन की सीबीआई रिमांड पर रखा गया है।
...तो इस वजह से की प्रद्युम्न की हत्या
सीबीआई सूत्रों ने बताया, कि आरोपी छात्र स्कूल में होने वाली परीक्षा और पैरेंट्स-टीचर मीटिंग को टालना चाहता था। इसलिए उसने इस वारदात को अंजाम दिया। इस वारदात के संबंध में जांच के दौरान कई वैज्ञानिक सबूत भी मिले हैं। वहीं, सीसीटीवी फुटेज में भी आरोपी दिखाई दे रहा है। सीबीआई ने आरोपी छात्र को बुधवार को ज्यूवेनाइनल कोर्ट में पेश किया।
सीबीआई की थ्योरी से दिखे सहमत
प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर सीबीआई की थ्योरी से सहमत दिखे। उन्होंने कहा, 'सीबीआई ने जो बताया, वह एक संभावित वजह हो सकती है। बच्चा पढ़ाई में कमजोर था, उसे जिस तरह के सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ता था, उसकी वजह से वह ऐसा कर सकता है। इसके अलावा आरोपी छात्र लंबे समय से स्कूल में है। स्कूल परिसर में जो खामियां थीं, उसका उसे पता था, इसलिए उसने वो साइट चुनी।'