TRENDING TAGS :
कोविंद ने महाराष्ट्र में अपने लिए समर्थन मांगा, नहीं मिले ठाकरे से
मुंबई : राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के मद्देनजर शनिवार को महाराष्ट्र में अपने संक्षिप्त प्रचार अभियान के लिए यहां पहुंचे। कोविंद राजग के सहयोगी दल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से नहीं मिलेंगे।
कोविंद का हवाईअड्डे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी और रामदास अठावले और भारतीय जनता पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
इसके थोड़ी देर बाद बिहार के पूर्व राज्यपाल कोविंद ने समर्थन जुटाने के मकसद से राजग विधायकों और सांसदों के साथ दक्षिण मुंबई के गरवारे क्लब में आयोजित बैठक को संबोधित किया।
कोविंद मुंबई से रवाना हो जाएंगे और उद्धव ठाकरे से मिलने की उनकी कोई योजना नहीं है, जिनकी पार्टी 10 सालों में पहली बार राजग के लिए वोट करेगी।इससे पहले 2012 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे से निजी तौर पर मुलाकात की थी, जिसेक बाद उन्होंने मुखर्जी को समर्थन देने का फैसला किया था।
इससे पूर्व में 2008 में शिवसेना ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) की राष्ट्रपति उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल के महाराष्ट्र की होने के कारण उन्हें समर्थन देने की घोषणा की थी। इस बार शुरुआत में कुछ हिचकिचाहट के बाद शिवसेना ने कोविंद को समर्थन देने का ऐलान किया।
इससे पहले शिवसेना ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एम.एस. स्वामीनाथन का नाम राष्ट्रपति पद के लिए सुझाया था, लेकिन राजग ने इन दोनों नामों पर विचार नहीं किया।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस मसले पर उद्धव ठाकरे के साथ लंबी बैठक की थी, जिसके बाद शिवसेना कोविंद को समर्थन देने के लिए राजी हो गई।