राजस्थान इलेक्शन : बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट ने साबित किया सीएम ही बॉस

Rishi
Published on: 13 Nov 2018 1:27 PM GMT
राजस्थान इलेक्शन : बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट ने साबित किया सीएम ही बॉस
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जयपुर : राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आ गई है। इसके साथ ही साफ़ हो गया कि अमित शाह भले ही पार्टी अध्यक्ष हों लेकिन राजस्थान में बॉस सिर्फ सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया हैं। लिस्ट में शामिल 131 नामों में 85 सीटिंग विधायकों को फिर से टिकट दिया गया है। ये 85 वो नाम हैं जिन्हें बीजेपी अध्यक्ष पसंद नहीं कर रहे थे।

सूत्रों के मुताबिक वसुंधरा ने साफ कर दिया था कि इन 85 विधायकों को टिकट नहीं मिला तो बगावत के लिए तैयार रहिए। इसके बाद बीजेपी हाईकमान दबाव में आ गया, क्योंकि लोकसभा चुनाव सिर पर है। ऐसे में कोई बगावत सिर्फ नुकसानदायक ही होगी।

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बीजेपी को नाथना राजे को अच्छे से आता है

सीएम वसुंधरा राजे को आरएसएस और बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व काफी समय से ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन राजे आज भी अपने पद पर बनी हैं और यदि किसी करिश्मे के चलते बीजेपी वापसी करती है, तो भी राजे ही सीएम होंगी, क्योंकि उनके करीबी विधायक सिर्फ उनके प्रति वफादार हैं, पार्टी के लिए नहीं।

कब-कब हुई ठिकाने लगाने की कोशिश

पत्रकार अजीत उज्जैनकर बताते हैं, वर्ष 2012 में गुलाब चंद कटारिया ने चुनावी यात्रा निकालने की कोशिश की। आरएसएस उनके समर्थन में था। उन्हें बतौर सीएम कैंडिडेट प्रॉजेक्ट किया गया था। वसुंधरा को जब ये पता चला उन्होंने तुरंत अपने वफादार 50 विधायकों को तलब किया और पार्टी आलाकमान को बीजेपी की सदस्यता छोड़ने की धमकी दी। नतीजा आज आपके सामने है।

अजीत दूसरा किस्सा बताते हैं, 2013 में वसुंधरा सीएम बनीं ललित मोदी कांड और खनन घोटाला सामने आ गया। विरोधियों ने जयपुर से दिल्ली तक मुहीम चलाई लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। इसी तरह 2015 में पार्टी उपाध्यक्ष ओम माथुर को उनका उत्तराधिकारी बनाने के लिए केंद्रीय नेत्रत्व हरकत में आया, तो राजे ने फिर मैसेज दे दिया कि वो अपने विधायकों संग इस्तीफा दे पार्टी छोड़ देंगी।

आपको बता दें, पिछले 2017 में भी किसान आंदोलन, आनंद पाल सिंह का एनकाउंटर और उसके बाद राजपूत समाज का प्रदर्शन, गऊ रक्षा दल, मॉब लिंचिंग के साथ ही उपचुनाव में हार उनके लिए मुसीबत बने लेकिन सीएम का कुछ नहीं बिगड़ा। इस चुनाव प्रचार के दौरान भी रैली स्थलों पर ‘मोदी तुझसे बैर नहीं, रानी तेरी खैर नहीं’ के नारे खूब सुनने को मिले। लेकिन सीएम ने अपनी बात पार्टी अध्यक्ष से मनवा कर ही दम लिया।

विधानसभाप्रत्याशी
1सादुलशहरगुरुवीर सिंह बराड
2सूरतगढ़राम प्रताप कासनिया
3राय सिंहनगर (एससी) बलवीर लूथराबलवीर लूथरा
4हनुमानगढ़डा. राम प्रताप
5पीलीबंगाधर्मेंद्र मोची
6नोहरअभिषेक मटोरिया
7भादरासंजीव कुमार बेनीवाल
8खाजूवाला (एससी)डाॅ. विश्वनाथ मेघवाल
9बीकानेर पूर्वसिध्दि कुमारी
10कोलायतपूनम कंवर
11लुणकरणसरसुमित गोदारा
12सादुलपुररामसिंह कस्वां
13चुरुराजेंद्र राठौड़
14पिलानी (एससी)कैलाश मेघवाल
15सूरजगढ़सुभाष पुनिया
16मंडावानरेंद्र कुमार
17उदयपुरवाटीशुभकरण चौधरी
18खेतड़ीधर्मपाल गुर्जर
19धोंद एससीगोवर्धन वर्मा
20दातारामगढ़हरिशचंद्र कुमावत
21खंडेलाबंशीधर खंडेला
22नीमकाथानाप्रेमसिंह बाजोर
23श्रीमाधोपुरझाबर सिंह खर्रा
24विराटनगरडा फूलचंद भिंडा
25शाहपुराराव राजेंद्र सिंह
26चौमूंरामलाल शर्मा
27फुलेरानिर्मल कुमावत
28आमेरसतीश पूनिया
29हवा महलसुरेंद्र पारीक
30विद्याधरनगरनरपत सिंह राजवी
31सिविल लाइंसअरुण चतुर्वेदी
32किशनपोलमोहनलाल गुप्ता
33जैतारणअविनाश गहलोत
34सोजत (एससी)शोभा चौहान
35पालीज्ञानचंद पारख
36मारवाड़ जंक्शनकेसाराम चौधरी
37बालीपुष्पेंद्र सिंह राणावत
38फलौदीपब्बाराम विश्नोई
39लोहावटगजेंद्र सिंह खींवसर
40शेरगढ़बाबूसिंह राठौड़
41ओसियाभेराराम चौधरी
42भोपालगढ़ (एससी)कमसा मेघवाल
43सरदारपुराशंभूसिंह खेतासर
44जाेधपुरअतुुल भंसाली
45सूरसागरसूर्य कांता व्यास
46लूणीजोगाराम पटेल
47बिलाड़ाअर्जुनलाल गर्ग
48बाड़मेरकर्नल सोनाराम
49बायतूकैलाश चौधरी
50पचपदराअमराराम चौधरी
51सिवानाहमीर सिंह भायल
52गुढ़ा मालानीलादुराम विश्नोई
53आहोरछगन सिह राजपुरोहित
54जालोर (एससी)जोगेश्वर गर्ग
55भीनमालपुराराम चौधरी
56सांचोरदानाराम चौधरी
57रानीवाड़ानारायण सिंह देवल
58सिरोहीओटाराम देवासी
59पिंडवाड़ा आबु (एसटी)समाराम गरासिया
60रेवदर (एससी)जगसीराम कोली
61गोगुंदा (एसटी)प्रतापलाल गमेती
62झाडोल (एसटी)बाबुलाल खराड़ी
63खेरवाड़ा (एसटी)शंकरलाल खराड़ी
64उदयपुर ग्रामीण (एसटी)फूल सिंह मीणा
65उदयपुरगुलाबचंद कटारिया
66मावलीधर्मनारायण जोशी
67सलुम्बर (एसटी)अमृतलाल मीणा
68धरियावाद (एसटी)गौतमलाल मीणा
69डूंगरपुर (एसटी)माधवलाल वराहत
70आसपुर (एसटी)गोपीचंद मीणा
71सागवाड़ (एसटी)शंकरलाल डेचा
72चौरासी (एसटी)सुशील कटारा
73बागीदोरा (एसटी)खेमराज गरासिया
74कुशलगढ़(एसटी) भीमाभाई डामोर
75बेगूंसुरेश धाकड़
76चित्तौड़गढ़चंद्रभान सिंह
77निम्बाहेड़ाश्रीचंद कृपलानी
78बड़ी सादड़ीललित ओस्तवाल
79प्रतापगढ़ (एसटी)हेमंत मीणा
80भीमहरि सिंह रावत
81कुंभलगढ़सुरेंद्र सिंह राठौड़
82राजसमंदकिरण माहेश्वरी
83मांडलकालुलाल गुर्जर
84सहाड़ारूपलाल जाट
85भीलवाड़ाविठ्ठल शंकर अवस्थी
86शाहपुरा (एससी)कैलाश चंद्र मेघवाल
87बूंदीअशोक डोगरा
88सांगोदहीरालाल नागर
89कोटा उत्तरप्रहलाल गुंजल
90कोटा दक्षिणसंदीप शर्मा
91रामगंज मंडी (एससी)मदन दिलावर
92अंताप्रभुलाल सैनी
93किशनगंज (एसटी)ललित मीणा
94छबड़ाप्रताप सिंह सिंघवी
95झालरापाटनवसुंधरा राजे
96खानपुरनरेंद्र नागर
97मनोहर थानागोविंद रानीपुरिया
98आदर्श नगरअशोक परनामी
99किशनगढ़वासरामहेत सिंह यादव
100मुंडावरमंजीत चौधरी
101अलवर शहरसंजय शर्मा
102नगरअनिता सिंह गुर्जर
103डीग कुम्हेरडाॅ. शैलेष सिंह
104भरतपुरविजय बंसल
105नदबईकृष्णेंद्र कौर दीपा
106वैर (एससी)रामस्वरूप कोली
107बयाना (एससी)रितु बनावत
108बाडीजसवंत गुर्जर
109धौलपुरशोभा रानी कुशवाहा
110सपोटरा (एससी)गोलमा देवी मीणा
111लाल सोटरामविलास मीणा
112बामनवास (एससी)राजेंद्र मीणा
113खंडार (एससी)जीतेंद्र गोठवाल
114मालपुराकन्हैया लाल चौधरी
115टोंकअजीत सिंह मेहता
116देवली उनियाराराजेंद्र गुर्जर
117किशनगढ़विकास चौधरी
118पुष्करसुरेश सिंह रावत
119अजमेर उत्तरवासुदेव देवनानी
120अजमेर दक्षिण (एससी)अनिता भदेल
121नसीराबादरामस्वरूप लांबा
122ब्यावरशंकर सिंह रावत
123मसूदासुशील कंवर पलाड़ा
124लाडनूंमनोहर सिंह
125जायल (एससी)मंजू बाघमार
126नागौरमोहन राम चौधरी
127मेडता (एससी)भंवरा राम रिठारिया
128डेगाणाअजय सिंह कीलक
129परबतसरमान सिंह किणसरीया
130नावांविजय सिंह चौधर

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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