×

पासवान के लिए आसान नहीं होगी लोकसभा की डगर, दामाद ससुर के खिलाफ

Rishi
Published on: 13 Sept 2018 10:02 PM IST
पासवान के लिए आसान नहीं होगी लोकसभा की डगर, दामाद ससुर के खिलाफ
X

पटना : केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी सुप्रीमो रामविलास पासवान को अब अपने घर में ही चुनौती मिलने लगी है। अगले लोकसभा चुनाव में पासवान के दामाद या बेटी उनके खिलाफ ही खम ठोंकते नजर आ सकते हैं। रामविलास के दामाद और राजद नेता अनिल साधु ने यहां गुरुवार को कहा, "पार्टी अगर मुझे या मेरी पत्नी को टिकट देती है तो हम निश्चित रूप से रामविलास के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।"

ये भी देखें : योगी सरकार का बड़ा निर्णय, रिहा होगा चंद्रशेखर उर्फ रावण

पिछले चुनाव में लोजपा छोड़ राजद में शामिल हुए साधु ने पासवान पर दलितों को 'बंधुआ मजदूर' समझने का आरोप लगाते हुए कहा, "पासवान ने सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों का अपमान किया है। दलित उनके बंधुआ मजदूर नहीं हैं।"

उन्होंने कहा, "हम पति-पत्नी पूरी तरह से लोजपा प्रमुख से टकराने को तैयार हैं। राजद हम पति-पत्नी को पार्टी में जहां कहीं भी प्रयोग करना चाहे, हम उसके लिए तैयार हैं।"

ये भी देखें : बिहार में कांग्रेस को ‘कैप्टन’ नहीं मानेंगे साथी क्षेत्रीय ‘खिलाड़ी’

रामविलास पासवान को दलितों के नहीं, बल्कि सवर्णो का नेता बताते हुए साधु ने कहा, "अगर राजद मुझे या मेरी पत्नी आशा पासवान को हाजीपुर से टिकट देती है तो हमलोग निश्चित रूप से पासवान के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हैं।"

रामविलास पासवान की दो शादियां हैं। उन्होंने पहली शादी वर्ष 1981 में राजकुमारी देवी से की थी, जिनसे दो बेटियां-आशा व उषा हैं। वर्ष 1983 में उन्होंने रीना से विवाह किया था, जिसने बेटा चिराग पासवान हैं। रामविलास राजनीति में 'जब जैसी बहे बयार पीठ तब तैसी कीजे' को चरितार्थ करने के लिए चर्चित रहे हैं।



Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story