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राष्ट्रपति उम्मीदवारी पर बोले कोविंद-बिहार की धरती का कमाल, सेना ने टाला निर्णय
नई दिल्ली : केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद सोमवार की शाम दिल्ली रवाना हो गए। पटना से दिल्ली रवाना होने से पहले कोविंद ने बिहार के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि यह 'बिहार की धरती का कमाल है।' दिल्ली रवाना होने से पहले पत्रकारों से मुखातिब कोविंद ने कहा, "मैं इस समय कुछ और नहीं कहूंगा, यह बिहार की धरती का कमाल है। मैं बिहार के विकास की कामना करता हूं और यहां के लोगों को बधाई देता हूं।"
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन जाकर कोविंद से मुलाकात की थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को दिल्ली में तमाम कयासों को दरकिनार करते हुए राजग की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर बिहार के राज्यपाल कोविंद के नाम की घोषणा की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा का प्रचार-प्रसार अनुसूचित जनजातियों के बीच करने में कोविंद की बड़ी भूमिका रही है। वह दिल्ली उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में 16 साल वकील रह चुके हैं।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 17 जुलाई को मतदान होना है। 20 जुलाई को नतीजा घोषित होगा। वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होने जा रहा है।
यह एक कर्तव्य है
बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने खुद को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद सोमवार को कहा कि 'यह एक कर्तव्य है। इसे एक कर्तव्य के रूप में लेते हैं।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए नई दिल्ली रवाना होने से पहले कोविंद ने कहा कि बिहार को उनकी तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं।
दिल्ली पहुंचने पर कोविंद का थावर चंद गहलोत, जे.पी.नड्डा, भूपेंद्र यादव तथा कैलाश विजयवर्गीय सहित केंद्रीय मंत्रियों तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने स्वागत किया।
कोविंद के समर्थन पर निर्णय मंगलवार को : उद्धव
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि राजग के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने पर निर्णय पार्टी नेताओं से मंगलवार को चर्चा के बाद लिया जाएगा। ठाकरे ने शिवसेना के 51वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं की एक रैली को संबोधित करते हुए घोषणा की, "हम बगैर चर्चा के कोई निर्णय नहीं लेंगे और इसकी घोषणा कल (मंगलवार) को की जाएगी।"
उन्होंने कहा कि यदि अगला राष्ट्रपति देश के लिए लाभकारी हो "तो किसी को भी बना दो। हम समर्थन देंगे।"
उन्होंने कहा कि लेकिन यदि उम्मीदवारी दलित वोट पक्का करने के इरादे से है, तो पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी, क्योंकि शिवसेना वोट बैंक की राजनीति से दूर रहती है।