×

बुखारी की हत्या में लश्कर का आतंकी नावेद व दो अन्य शामिल

Rishi
Published on: 27 Jun 2018 6:24 PM IST
बुखारी की हत्या में लश्कर का आतंकी नावेद व दो अन्य शामिल
X

श्रीनगर : लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकी नावेद जाट ने दो स्थानीय आतंकियों के साथ मिलकर वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की यहां 14 जून को हत्या की थी। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी। नावेद जाट एक पाकिस्तानी है, जो इस साल छह फरवरी को श्रीनगर के एक अस्पताल से पुलिस हिरासत से भाग निकला था।

सूत्र ने कहा, "इस हत्या में संलिप्त दो अन्य आतंकी दक्षिण कश्मीर इलाके के स्थानीय निवासी हैं।"

अंग्रेजी दैनिक 'राइजिंग कश्मीर' के प्रधान संपादक बुखारी की उनके प्रेस एंक्लेव कार्यालय से बाहर आतंकियों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह कार्यालय से निकलकर गाड़ी में बैठ रहे थे।

ये भी देखें : जानिए क्यों, जम्‍मू-कश्‍मीर पर UN की रिपोर्ट से नाराज हैं आर्मी चीफ रावत

उनके दो सुरक्षाकर्मी भी इस हमले में मारे गए थे।

पुलिस ने इससे पहले एक स्थानीय नागरिक को गिरफ्तार किया था, जो बुखारी के गार्ड की पिस्तौल और पत्रकार के दो मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया था।

सूत्र ने कहा, "वह नशे का आदी मालूम पड़ रहा है। वह अभी भी हमारी हिरासत में हैं, लेकिन ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा कि बुखारी की हत्या की आतंकी साजिश का हिस्सा है।"

ये भी देखें : Breaking: श्रीनगर में राइजिंग कश्मीर के एडिटर शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या

पुलिस ने एक ब्लॉगर की भी पहचान की है, जिसने बुखारी के खिलाफ द्वेषपूर्ण पोस्ट डाले थे।

सूत्र ने कहा, "वह एक कश्मीरी आतंकी है और फिलहाल पाकिस्तान में है, जहां से वह ब्लॉग चला रहा है।"

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story